पंकज सिंगटा/शिमला: हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज एवम् अस्पताल(IGMC) में लोगों को सुविधा देने के लिए कई प्रकार के ब्लड एवं अन्य टेस्ट निःशुल्क किए जाते है. अब इन टेस्ट को करवाने के लिए लोगों को अपनी जेब ढीली करनी पड़ सकती है. हाल ही में IGMC में रोगी कल्याण समिति की बैठक हुई.
इस बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा और फैसले लिए गए. इन सभी विषयों में IGMC में निःशुल्क होने वाले टेस्ट का न्यूनतम शुल्क रखे जाने का प्रस्ताव भी रखा गया. लोगों को सुविधा देने के लिए अस्पताल में कुल 133 टेस्ट निःशुल्क किए जाते है. लेकिन, हाल ही में हुई रोगी कल्याण समिति की बैठक में फैसला लिया गया. अस्पताल में निःशुल्क होने वाले 133 टेस्ट की न्यूनतम फीस ली जाएगी. इन टेस्ट की न्यूनतम फीस का प्रस्ताव रोगी कल्याण समिति की बैठक में तैयार किया गया है. जिसे मजूरी के लिए सरकार को भेजा जाएगा. अब निःशुल्क होने वाले टेस्ट के लिए जेब ढीली करनी पड़ सकती है.
डॉक्टरों और कर्मचारियों को देना होगा पार्किंग शुल्क
इसके अलावा रोगी कल्याण समिति की बैठक में एक अन्य प्रस्ताव को भी मंजूरी मिली है. अस्पताल में डाक्टरों व कर्मचारियों को पार्किंग शुल्क देना होगा. वाहन को पार्किंग में लगाने के लिए डॉक्टर और कर्मचारियों को अपने दस्तावेज जमा करवाने होंगे . 250 रुपए पार्किंग शुल्क भी देना होगा. अन्यथा वह अपना वाहन पार्किंग में नहीं लगा पाएंगे. इससे पहले किसी भी प्रकार का कोई पार्किंग शुल्क कर्मचारियों और डॉक्टर से नहीं लिया जाता था.
तकनीकी टीम बिछाएगी ऑक्सीजन पाइप
बैठक में अस्पताल में ऑक्सीजन पाइप लाइन बिछाने का काम किसी तकनीकी टीम को दिया जाने पर भी फैसला लिया गया. लोक निर्माण विभाग ने इस काम को करने से इनकार कर दिया था. अब अस्पताल में तकनीकी टीम को बुलाया है. इसके बाद अस्पताल में ऑक्सीजन पाइप लाइन बिछाने का काम शुरू हो सकता है. इसके अलावा अस्पताल में जो कंपनी पहले से सफाई का काम कर रही है, उसे ही सफाई का काम फिर से दिया गया है.
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FIRST PUBLISHED :
November 23, 2024, 20:47 IST