Dragon Fruit
संजय कुमार/बक्सर: जिले के तिवारीपुर के एक किसान ने विदेशों में होने वाले ड्रैगन फ्रूट को बिहार की धरती पर उगाया है. इसकी खेती से वह महीने में लाखों की कमाई कर रहे हैं. किसान ने खेती की शुरुआत 3 साल पहले की थी, जो पिछले 2 सालों से फल दे रहा है.
ड्रैगन फ्रूट की खेती करने वाले जिले के तिवारीपुर के पहले किसान दरोगा तिवारी हैं. उन्होंने Local18 टीम से बातचीत के दौरान कहा कि बहुत कम जमीन पर इसकी खेती कर अच्छी कमाई कर सकते हैं. फिलहाल, इस फल से 1 साल में ढाई से 3 लाख रुपए का मुनाफा कमा रहे हैं.
25 दिनों में 5 क्विंटल पैदावार
फल के बारे में बताते हुए कहा कि यह एक सीजन में 3 से 4 बार फल देता है. साल 2021-22 में उन्होंने 16 कट्ठा जमीन में ड्रैगन फ्रूट की खेती की. शुरुआत के डेढ़ साल के बाद जब पौधा बड़ा हुआ तो फल देने लगा. फिलहाल, 210 पोल पर प्लांट लगाए गए हैं. प्रत्येक फल का वजन लगभग 300 से 800 ग्राम तक होता है.
एक पौधे पर 50 से 120 फल
किसान ने आगे बताया कि एक पौधे पर 50 से 120 फल लगते हैं. हर 25 दिन पर 4 से 5 क्विंटल फल निकलता है. इस फल को बाहर नहीं बल्कि अपने जिले की मंडियों एवं बाजारों में ही बेचना है. सबसे अच्छी बात यह है कि एक बार प्लांटिंग के बाद इसमें फिर ज्यादा खर्च नहीं करना पड़ता है. हर साल बस मेंटेनेंस की जरूरत होती है. एक प्लांट की लाइफ 25 साल तक होती है.
कम जमीन में अधिक मुनाफा
आगे दरोगा तिवारी ने बताया कि पहले बाप-दादाओं के पास ज्यादा जमीन थी. उत्पादन कम भी हुआ तो काम चल जाता था. आज जमीन का बंटवारा होते-होते सबके पास काफी कम जमीन बच गई है. सारे किसानों के पास यह समस्या है. हमारे यहां नहीं है, लेकिन सभी किसानों के पास अब धीरे-धीरे खेती लायक जमीन की कमी की समस्या बढ़ती जा रही है. इस परिवेश में कम खेती में अधिक मुनाफा कैसे हो, इस पर काम चल रहा है. जिसके लिए ड्रैगन फ्रूट की खेती अभी बेहतर मानी जा रही है. 16 कट्ठा जमीन में लगाए इस फल से 3 लाख रुपए साल में कमा सकते हैं, जबकि धान, गेहूं और बाजरा लगाकर 16 से 20 हजार रुपए साल में कमा सकते हैं.
जंगली जानवरों का डर नहीं
ड्रैगन फ्रूट के पौधे लतर वाले होते हैं. इसलिए सहारे के लिए खेत में सीमेंट के खंभे या बांस बल्ले की जरूरत होती है. एक खंभे के साथ 3-4 पौधे लगाए जा सकते हैं. जैसे-जैसे पौधे बढ़ते हैं, उन्हें रस्सी से बांधा जाता है. एक-सवा साल बाद पौधा तैयार हो जाता है. ड्रैगन फ्रूट पहले साल में फल देना शुरू कर देता है. मई और जून में फूल लगते हैं. जुलाई से दिसंबर तक फल लगते हैं. उसके एक महीने बाद फल तुड़ाई के लिए तैयार हो जाते हैं. इस अवधि के दौरान इसकी 3 से 4 बार तुड़ाई की जा सकती है. ड्रैगन फ्रूट के कच्चे फल हरे रंग के होते हैं, जो पकने पर लाल रंग में परिवर्तित हो जाते हैं. फलों की तुड़ाई का सही समय रंग परिवर्तित होने के 3-4 दिनों बाद का होता है. सबसे बड़ी बात यह है कि इसको जंगली जानवर नुकसान नहीं पहुंचाते हैं.
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FIRST PUBLISHED :
September 27, 2024, 09:45 IST