मध्य प्रदेश के बालाघाट में एक महिला ने दो महीने के अंदर दो युवकों के साथ कोर्ट मैरिज कर ली। मामले का खुलासा तब हुआ, जब पुराने पति ने पत्नी के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस की जांच में सामने आया कि महिला ने चार दिन पहले दूसरे युवक के साथ कोर्ट मैरिज कर ली है। इसके बाद दोनों पति महिला को साथ ले जाने के लिए लड़ने लगे। अंत में महिला ने नए पति के साथ रहने का फैसला किया और कहा कि वह जल्द ही पुराने पति को तलाक दे देगी।
मामला खैरलांजी थाना क्षेत्र का है। यहां एक युवती ने दो महीने के भीतर 2 प्रेमी युवकों के साथ अलग-अलग तारीख में कोर्ट मैरिज कर ली। महिला के पूर्व प्रेमी रोहित उपवंशी ने बताया कि वह खैरलांजी क्षेत्र के लड़सड़ा का निवासी है और उसी क्षेत्र के ग्राम पिंडकेपार की रहने वाली युवती से उसका 8 साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। रोहित और ज्योति ने 25 अक्टूबर 2024 को कोर्ट मैरिज कर ली और लगभग 2 महीने तक दोनों साथ रहे।
मां की तबीयत का बहाना देकर भागी
सप्ताह भर पहले मां की तबीयत खराब होने का हवाला देकर युवती मायके चले गई। इस बीच वह अचानक लापता हो गई। ऐसे में रोहित उपवंशी और प्रेमिका के मायके वालों ने खैरलांजी पुलिस में गुमसुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। मामले में तब नया मोड़ आ गया जब पुलिस ने गुमशुदा युवती को दस्तयाब किया। वह अपने दूसरे प्रेमी राहुल बुरडे के साथ थी। युवती ने बताया कि उसने प्रेमी राहुल बुरडे के साथ भी 4 दिन पहले वारासिवनी में कोर्ट मैरिज कर ली है।
थाने में लड़ने लगे दोनों पति
मामला पुलिस में पहुंचने के चलते दोनों पक्ष को थाना बुलाया गया। जहां पर काफी गहमा गहमी का माहौल रहा। दोनों प्रेमियों ने ज्योति पर अपना अधिकार दिखाने का प्रयास किया। पुलिस ने भी दोनों से कोर्ट मैरिज का प्रमाण मांगा। अंत में युवती से उसकी मर्जी पूछी गई। उसने ने स्पष्ट किया कि वह अपने दूसरे पति राहुल बुरडे के साथ रहेगी और पहले पति को तलाक देगी। पूर्व प्रेमी रोहित उपवंशी ने पत्नी ज्योति को अपने साथ रखने का दावा किया और बिना तलाक के दूसरे से विवाह करने पर आपत्ति जताई। वहीं, युवती ने अपने पूर्व पति के साथ जाने से साफ इंकार कर दिया और कहा कि वह दूसरे प्रेमी राहुल बुरडे के साथ ही रहेगी। पुलिस ने युवती को उसके दूसरे प्रेमी के साथ जाने दे दिया। इस घटना के बाद सवाल उठ रहे हैं कि एक युवती दो महीने में दो बार कोर्ट मैरिज कैसे कर सकती है। कोर्ट मैरिज के दौरान दस्तावेजों के सत्यापन पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
(बालाघाट से शौकत बिसाने की रिपोर्ट)