Last Updated:January 30, 2025, 12:20 IST
कोटा पुलिस ने 57 साल से हत्या के मामले में फरार चल रहे आरोपी को आखिरकार अरेस्ट कर लिया. शख्स को ढूंढने में पुलिस के पसीने छूट गया.
आपने कई बार सुना होगा कि कानून के हाथ लंबे होते हैं. अपराधी चाहे कितना भी शातिर क्यों ना हो, कानून को लंबे समय तक धोखा नहीं दे सकता. हो सकता है कि अपराधी और अपराध का खुलासा करने में समय लगे लेकिन सच ज्यादा दिनों तक छिप नहीं सकता है. कोटा के रहने वाले एक शख्स ने 57 साल पहले एक अपराध किया था. इसके बाद वो फरार हो गया था. लेकिन इतने सालों बाद आखिरकार उसे जेल का मुंह देखना पड़ ही गया.
1968 में कोटा निवासी प्रभुलाल ने एक शख्स की हत्या कर दी थी. ये ह्त्या मात्र 35 रुपये के लिए की गई थी. इसके बाद से आरोपी फरार था. पुलिस ने उसे काफी ढूंढा लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला. आरोपी पुरे परिवार के साथ गायब हो गया. उसे ढूंढने की काफी कोशिश की गई लेकिन सब बेकार हो गया. लेकिन अब 57 साल के बाद पुलिस ने आरोपी को पकड़ने में सफलता हासिल कर ली है.
साइकिल की कीमत पर हत्या
पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी प्रभुलाल पर भवाना नाम के शख्स की हत्या का आरोप था. 1968 में प्रभुलाल ने भवाना को एक साइकिल 35 रुपए में बेची थी. लेकिन भवाना ने पैसे नहीं दिए. इसी को लेकर दोनों में झगड़ा हो गया. भवाना ने प्रभुलाल पर पत्थर फेंका लेकिन उसका निशाना चूक गया. लेकिन जब प्रभुलाल ने पत्थर फेंका तो भवाना घायल हो गया. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. तभी से पुलिस आरोपी की तलाश कर रही थी.
बदल लिया था नाम
इस घटना के बाद प्रभुलाल अपने परिवार के साथ फरार हो गया. पुलिस ने उसपर पच्चीस हजार का इनाम रखा था. 57 साल बाद पुलिस को मुखबिर ने सूचना दी कि प्रभुलाल नाम बदल कर दिल्ली में रह रहा है. उसने वहीं ठेकेदारी शुरू कर दी थी और अब घर बनाकर रह रहा था. पुलिस ने सूचना के आधार पर छापा मारा और प्रभुलाल को अरेस्ट कर लिया. बता दें कि घटना के समय प्रभुलाल की उम्र बीस साल थी और अब 77 की उम्र में वो पुलिस के हत्थे चढ़ा है.
First Published :
January 30, 2025, 12:20 IST