ब्रज के लोकनृत्य की अनोखी पहचान, पद्मश्री मोहन से जानें क्यों खास है हल नृत्य

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गांव गांव जाकर मोहन स्वरूप भाटिया ने किया है लोकगीत और नृत्य का संग्रह 

मथुरा: ब्रज में नृत्य और लोकगीतों की एक अलग ही पहचान है. यहां के नृत्य और गीत अपने आप में अनोखे माने जाते हैं, और सदियों पुरानी इस परंपरा को संजोए रखने का श्रेय पद्मश्री मोहन स्वरूप भाटिया को जाता है. भाटिया ने गांव-गांव जाकर यहां की संस्कृति और नृत्य को दस्तावेज़ों में कैद किया है.

गांव-गांव जाकर मोहन स्वरूप भाटिया ने किया लोकगीत और नृत्य का संग्रह
ब्रज को भगवान श्रीकृष्ण की धरती के रूप में पहचाना जाता है, लेकिन यहां की संस्कृति और कला का भी विशेष महत्व है. ब्रज के लोकगीत और नृत्य, विशेष रूप से “चारकुला नृत्य” और “हल नृत्य”, इसकी धरोहर माने जाते हैं. पद्मश्री मोहन स्वरूप भाटिया ने अपनी कड़ी मेहनत से इस कला को बचाने और सहेजने का काम किया है. उन्होंने गांव-गांव जाकर ब्रज की लोककला और नृत्य को एकत्रित किया, जो आज की पीढ़ी के लिए एक अनमोल धरोहर बन गया है.

ब्रज की विलुप्त होती धरोहर
मोहन स्वरूप भाटिया ने लोकल18 से बातचीत में ब्रज की सबसे पुरानी नृत्य कला ‘हल नृत्य’ के बारे में जानकारी दी. इस नृत्य की खासियत ये है कि एक महिला अपने दांतों के बीच हल को पकड़कर डांस करती है. यह अद्भुत कला सालों से ब्रज की परंपरा का हिस्सा रही है, और इसकी शुरुआत सैकड़ों साल पहले हुई थी. भाटिया ने बताया कि यह नृत्य कला आज के समय में खत्म होने की कगार पर है, लेकिन उनकी कोशिशों ने इसे इतिहास के पन्नों में जीवित रखा है.

ब्रज की लोककला को बचाना चुनौतीपूर्ण
पद्मश्री मोहन स्वरूप भाटिया ने चिंता जताई कि आज की बदलती परिस्थितियों में ब्रज की लोककला को बचाना मुश्किल होता जा रहा है. हल नृत्य जैसी प्राचीन कलाएं अब धीरे-धीरे गायब हो रही हैं, और इनकी देखरेख करने वाले बहुत कम लोग बचे हैं. उन्होंने बताया कि ब्रज की कला में जो रस, भाव और अनोखापन है, वह कहीं और देखने को नहीं मिलता, लेकिन दुर्भाग्यवश इसे संजोने और सीखने की रुचि कम होती जा रही है.

समय के साथ विलुप्त होती ब्रज की धरोहर
समय के साथ लोककला और लोकगीतों का लोप होता जा रहा है, और इसे संरक्षित करने का दायित्व अब भी समाज पर है. मोहन स्वरूप भाटिया जैसे कलाकारों के प्रयासों के बावजूद, आज ब्रज की धरोहर को बचाने के लिए गंभीर कोशिशों की आवश्यकता है.

Tags: Local18, Mathura news, Special Project, UP news

FIRST PUBLISHED :

September 27, 2024, 18:27 IST

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