ब्रह्म मुहूर्त क्या है? इस समय उठने की क्यों दी जाती है सलाह, जानें इसके लाभ

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Brahma Muhurt Ke Niyam: सनातन धर्म में ब्रह्म मुहूर्त का विशेष महत्व है. इस दौरान बिस्तर छोड़ना अत्यंत लाभकारी माना जाता है. यही वजह है कि ऋषि-मुनियों से समय से यह परंपरा चली आ रही है. विद्वानों की मानें तो ब्रह्म मुहूर्त में उठने से सौंदर्य, बल, विद्या, बुद्धि और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है. इसके अलावा, पूरा दिन ऊर्जा से भरा रहता है और कार्यों में सफलता मिलती है. यही नहीं, ब्रह्म मुहूर्त में उठकर पूजा पाठ करने से आपकी प्रार्थना सीधे पर्मात्मा तक पहुंचती है. अब सवाल है कि आखिर ब्रह्म मुहूर्त क्या है? ब्रह्म मुहूर्त का समय क्या होता है? ब्रह्म मुहूर्त में उठने के लाभ क्या है? इस बारे में News18 को बता रहे हैं उन्नाव के ज्योतिषाचार्य ऋषिकांत मिश्र शास्त्री-

क्या होता है ब्रह्म मुहूर्त?

ब्रह्म अर्थात परमात्मा और मुहूर्त अर्थात समय,यानी परमात्मा का समय. जी हां, ब्रह्म मुहूर्त 48 मिनट का वह शुभ काल है, जो सूर्योदय से लगभग 1 घंटा 36 मिनट पहले प्रारंभ होता है, और सूर्योदय से 48 मिनट पूर्व समाप्त होता है. इसका समय सुबह 4 से 5:30 तक का हो सकता है.

ब्रह्म मुहूर्त का महत्व

प्राचीन काल में ऋषि-मुनि ध्यान साधना करने के लिए ब्रह्म मुहूर्त को सबसे उत्तम समय मानते थे. धार्मिक शास्त्रों के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त में की गई भगवान की पूजा का फल जल्द ही प्राप्त होता है. इस समय सोना वर्जित माना जाता है.

मुहूर्त में उठने के फायदे

  • धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ब्रह्म मुहूर्त में देवी-देवता और पितृ हमारे घर में आगमन करते हैं. जिसके कारण हमारे घर की उन्नति होती है.
  • जब व्यक्ति ब्रह्म मुहूर्त में उठता है तो उस समय वातावरण में फैली सकारात्मक ऊर्जा मनुष्य के शरीर में प्रवेश करती है जिसकी वजह से मन में अच्छे विचार उत्पन्न होते हैं.
  • ब्रह्म मुहूर्त में किया गया ध्यान आत्म विश्लेषण और ब्रह्म ज्ञान के लिए सर्वोत्तम माना गया है. इस समय उठने से शारीरिक शक्ति बढ़ती है. साथ ही सहनशीलता में वृद्धि होती है.
  • जो व्यक्ति ब्रह्म मुहूर्त में उठता है उसे अच्छा स्वास्थ्य, बल ,बुद्धि और विद्या प्राप्त होती है. इसके अलावा जो व्यक्ति ब्रह्म मुहूर्त में उठते हैं वे जीवन में ज्यादा सफल होते हैं.

ब्रह्म मुहूर्त में उठने के लिए करें ये उपाय

  • ब्रह्म मुहूर्त में उठने के लिए अपने शरीर को जल्दी सोने के लिए तैयार करें. इसलिए प्रतिदिन रात में 7 से 9 घंटे के बीच सोने का लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए.
  • ब्रह्म मुहूर्त से 15 मिनट पहले का अलार्म लगाएं. इससे आपकी नींद तुरंत खुलेगी. हालांकि, 1-2 दिन सुस्ती या थकान महसूस हो सकती है लेकिन फिर ऊर्जावान महसूस करेंगे.
  • ब्रह्म मुहूर्त में उठने के लिए इस बात का ध्यान रखें की रात में हैवी फूड लेने से परहेज करें. इसके बजाय खिचड़ी या इसी तरह का हल्का भोजन लेना शुरू करें.
  • किसी सी भी प्रकार की आध्यात्मिक गतिविधियों को करने के लिए ब्रह्म मुहूर्त आदर्श समय होता है. इस समय ध्यान करने से व्यक्ति को ज्ञान, शक्ति, सौंदर्य और अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है.

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Tags: Astrology, Better sleep, Dharma Aastha

FIRST PUBLISHED :

November 23, 2024, 13:51 IST

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