फिल्म निर्माता सुभाष घई अपनी फिल्म 'गांधी' के साथ शॉर्ट फिल्म शैली में अपनी पहचान बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं, जिसमें हिंदी सिनेमा के मोस्ट टैलेंटेड अभिनेता मनोज बाजपेयी लीड रोल में नजर आने वाले हैं। इस फिल्म का प्रीमियर 55वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (IFFI) में दिखाया गया, जिसमें सुभाष घई के बेहतरीन, शानदार और अविश्वसनीय सिनेमाई दृष्टिकोण को बखूबी पेश किया गया। इस प्रोजेक्ट पर अपने विचार शेयर करते हुए सुभाष घई ने कई खुलासे भी किए।
शॉर्ट फिल्म से धमाका करने को तैयार सुभाष घई
सुभाष घई ने कहा, 'फिल्म निर्माण पूरी तरह से समाज के नजरिए पर आधारित है। दुनिया में युद्ध और संघर्ष अक्सर दृष्टिकोण से बदलता है। मेरी शॉर्ट फिल्म गांधी केवल एक कहानी नहीं है बल्कि कई तरह के दृष्टिकोण की खोज है। यह विचार एक बातचीत से आया जब व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल के एक 18 वर्षीय छात्र ने गांधी जयंती मनाने के बारे में बात की।' उसने कहा, 'सर, मैं इस अवसर को मनाने के लिए गिटार नहीं बजाऊंगा क्योंकि मैं गांधी जयंती में विश्वास नहीं करता और उस ईमानदार अभिव्यक्ति ने मुझे आज गांधी की प्रासंगिकता को गहराई से समझने के लिए प्रेरित किया। मैं अपने मित्र और इस समय हमारे पास मौजूद बेहतरीन अभिनेताओं में से एक मनोज बाजपेयी का इस फिल्म का हिस्सा बनने के लिए आभारी हूं।'
मनोज बाजपेयी ने मुफ्त में की ये फिल्म
फिल्म मेकर सुभाष घई ने एक और धमाकेदार खुलासा किया और बताया, 'मनोज ने इस फिल्म के लिए एक भी रुपए नहीं लिए है और वह चाहते हैं कि युवा पीढ़ी गांधी को समझे।' मनोज बाजपेयी ने इस पर कहा, 'सुभाष जी, गांधी एक दृष्टिकोण है, यह कहने के लिए धन्यवाद। गांधी जी हम सभी के लिए एक आदर्श हैं, लेकिन एक पीढ़ी है जो बड़ी हो रही है और उसके मन में उनके बारे में गलत धारणाएं भी हैं। मैं जब से मुंबई आया हूं तब से सुभाष जी के साथ काम करना चाहता था। इस लघु फिल्म गांधी में आखिरकार सुभाष जी के साथ काम करने का मेरा सपना सच होने वाला है। मुझे एक निर्देशक के रूप में उनके साथ और एक अभिनेता के रूप में उनके साथ बहुत समय बिताने का मौका मिला। मैंने हमेशा उनकी फिल्मों से सीखा है।'