मार्गशीर्ष महीने में तुलसी पूजन से मिलता है दोगुना फल, आचार्य से जानें विधि

5 days ago 2

कार्तिक पूर्णिमा की समाप्ति के बाद मार्गशीर्ष महीने की शुरुआत हो चूका है. हिन्दू धर्म मै यह मार्गशीर्ष महीना बेहद पावन और उत्तम माना जाता है. क्योंकि यह महीना भगवान श्री कृष्ण को समर्पित रहता है. इस महीने में कई प्रकार के मांगलिक कार्य भी किये जाते है, जैसे शादी विवाह, मुंडन, गृहप्रवेश इत्यादि.

माना जाता है कि इस महीने मै पूजा पाठ करने से सुख समृद्धि की वृद्धि होती है. मार्गशिर्ष महीने में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के पूजन से सौभाग्य की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही तुलसी पूजन का विशेष महत्व है. मार्गशिर्ष महीने में किस तरह करे तुलसी पुजन महत्व देवघर के ज्योतिषाचार्य से जानते है.

क्या कहते है देवघर के ज्योतिषाचार्य
देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नन्द किशोर मुदगल ने लोकल 18 से कहा कि 16 नवंबर से मार्गशीर्ष महीने की शुरुआत हो चूका है. इस महीने का समापन 15 दिसंबर पूर्णिमा तिथि के दिन होने वाला है.मार्गशीर्ष महीने में पूजा पाठ और शंख पूजा का विशेष महत्व है. वहीं इस महीने को अगघन का महीना भी कहा जाता है. वहीं इस महीने मे तुलसी पूजन करने से दोगुने लाभ की प्राप्ति होती. मार्गशीर्ष महीने मे शंख मे पानी भर कर पुरे घर मे छिड़काव करने से नकरात्मक ऊर्जा दूर होती है. वहीं सकरात्मक ऊर्जा का संचार होता है.

मार्गशिर्ष महीने मे तुलसी का है विशेष महत्व
ज्योतिषाचार्य बताते है कि मार्गशीर्ष महीने मे हर रोज तुलसी पूजन करनी चाहिए. तुलसी पूजन से माता लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु भी प्रशन्न होते है. क्योंकि देवउथान एकादशी मे तुलसी विवाह किया जाता है. जिसके बाद भगवान विष्णु एक महीने मां लक्ष्मी के पास रहते है. तुलसी को मां लक्ष्मी का ही रूप माना जाता है. इसलिए इस महीने मे तुलसी का विशेष महत्व है. इसलिए पुरे मार्गशीर्ष महीने मे तुलसी का पूजन करनी चाहिए. हर रोज संध्या गाय के घी का दीपक तुलसी पेड़ के नीचे अवश्य जलाए.

Tags: Deoghar news, Hindi news, Jharkhand news, Latest hindi news, Local18

FIRST PUBLISHED :

November 18, 2024, 14:02 IST

*** Disclaimer: This Article is auto-aggregated by a Rss Api Program and has not been created or edited by Nandigram Times

(Note: This is an unedited and auto-generated story from Syndicated News Rss Api. News.nandigramtimes.com Staff may not have modified or edited the content body.

Please visit the Source Website that deserves the credit and responsibility for creating this content.)

Watch Live | Source Article