कपडवंज शहर में पुलिस की सतर्कता ने एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया. गश्त के दौरान, पुलिस ने बैंक के पास चोरी की नीयत से खड़ी तीन महिलाओं को हिरासत में लिया. शक होने पर पुलिस ने उनसे पूछताछ शुरू की. पूछताछ में महिलाओं ने अपने नाम निकिता सज्जनसिंह भनेरिया (सिसोदिया), दाखोबाई विजेंद्र सिसोदिया और शबाना ब्रिजेश सिसोदिया (सभी निवासी राजगढ़, मध्य प्रदेश) बताया.
कड़िया सांसी गिरोह से जुड़ी निकली महिलाएं
पुलिस ने तकनीकी निगरानी, मानव स्रोतों और अन्य राज्य पुलिस विभागों के समन्वय से जांच को आगे बढ़ाया. इस दौरान पता चला कि ये तीनों महिलाएं कुख्यात कड़िया सांसी गिरोह से जुड़ी हैं. निकिता भनेरिया नामक महिला इस गिरोह की सरगना निकली. इस खुलासे के बाद पुलिस ने तीनों को हिरासत में लेकर कानूनी कार्रवाई शुरू की.
कई राज्यों में वांछित थीं आरोपी महिलाएं
जांच में यह भी सामने आया कि महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश के करीब 25 लोग चोरी के मामलों में इस गिरोह से जुड़े हैं. ये महिलाएं कपडवंज में बैंक के पास रैकी कर रही थीं और चोरी की योजना बना रही थीं. पुलिस पूछताछ में एक महिला ने महाराष्ट्र में दो और राजस्थान में एक चोरी की घटना को कबूल किया. माना जा रहा है कि अगर ये महिलाएं चोरी को अंजाम दे देती तो लाखों की लूट हो जाती.
चोरी का तरीका और ट्रेनिंग
इस गिरोह के सदस्य अपने ही राज्य में खास चोरी की ट्रेनिंग लेते हैं. किसी भी गांव या शहर को निशाना बनाकर ये निजी वाहन से वहां पहुंचते हैं. वाहन को गांव के बाहर खड़ा कर बैंक, एटीएम, रेलवे स्टेशन या भीड़भाड़ वाली जगहों पर रैकी करते हैं. मौका पाकर वे बैग, नकदी, कीमती सामान और पर्स चुराते हैं. चोरी के बाद, पीड़ितों के थाने पहुंचने से पहले ही गिरोह के सदस्य अपनी गाड़ी में बैठकर फरार हो जाते हैं.
महाराष्ट्र पुलिस को सौंपने की तैयारी
इन तीनों महिलाओं को पकड़ने के बाद पुलिस ने यह महसूस किया कि वे 25 चोरी के मामलों में भगोड़ा हैं. अब पुलिस ने इन्हें महाराष्ट्र पुलिस को सौंपने की तैयारी शुरू कर दी है ताकि अन्य मामलों में भी इनके खिलाफ कार्रवाई हो सके.
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FIRST PUBLISHED :
November 23, 2024, 10:51 IST