Viral News: अफगानिस्तान से चौंकानी वाली खबर आ रही है. बाताया जा रहा है कि तालिबान के शासन के बाद पहली बार एक चीनी बिजनेसमैन ने वहां इस्लाम धर्म अपना लिया है. माना जा रहा है कि यह चीन की एक साजिश हो सकती है, जिसके तहत उसने अपने एक जासूस को अफगानिस्तान में इस्लाम कबूल करवाया है.
वांग फिकी नाम का एक कथित चीनी व्यापारी तालिबान के शासन के बाद अफगानिस्तान पहुंचा. वहां उसने बड़े पैमाने पर पैसे खर्च करना शुरू किया और खुद को व्यापारी बताते हुए अपना बिजनेस बढ़ाने की पेशकश की. वहां पर तालिबान ने उसे जगह तो दे दी. लेकिन, उसे शक की निगाह से देखने लगा. तो वांग ने भी पूरे मुस्लिम देश को अपने कदम से चौंका दिया.
तालिबान की नजर पड़ते ही चौंका दिया
सबको चौंकाते हुए दो दिन पहले वांग फिकी ने बल्ख प्रांत में इस्लाम धर्म अपना लिया और अब्दुल्ला मोहम्मद नाम रख लिया. बल्ख के गवर्नर और तालिबान के प्रवक्ता ने इस बात की घोषणा की. यह खबर सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई, क्योंकि यह पहला मौका है, जब तालिबान शासित अफगानिस्तान में किसी चीनी नागरिक ने इस्लाम धर्म अपनाया है.
खूब शादियां करेगा चीनी
चीन में इस्लाम को लेकर काफी सख्ती है, इसलिए वांग फिकी अब अपने देश लौटने की कोशिश नहीं करेगा, उसे अफगानिस्तान में ही रहना पड़ेगा. खुफिया सूत्रों का मानना है कि चीन ने अपने एक जासूस को व्यापारी के रूप में अफगानिस्तान भेजा. फिर उसे इस्लाम कबूल करवाया. इस्लाम धर्म अपनाने के बाद अब उसे अफगानिस्तान में कई शादियां करने और रिश्तेदार बनाने की छूट होगी. इससे चीन धीरे-धीरे अफगानिस्तान के प्रभावशाली लोगों के पास अपने लोगों को बैठा सकेगा और उनकी हर गतिविधि की जानकारी हासिल कर सकेगा.
दूसरे देशों पर नजर बनाने की चाल
चीन में मुस्लिम धर्म को लेकर भी सख्ती है और वहां कई मस्जिदों को तोड़ा गया है. उइगर मुस्लिमों का उत्पीड़न भी किया जाता रहा है. इस बात से अफगानिस्तान के मुस्लिम समुदाय के लोग नाराज हैं. चीन को लगता है कि अगर उसका एक जासूस संप्रदाय की आड़ में वहां पर अपना कब्जा बना लेगा, तो उसे हर नई चाल और कदम की जानकारी मिलती रहेगी. साथ ही, अफगानिस्तान की दूसरे देशों से होने वाली बातचीत और कदमों पर भी चीन नजर रख सकेगा.
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FIRST PUBLISHED :
November 18, 2024, 15:01 IST