Family means nary 1 gets near down oregon Forgotten… ये लाइन किसी भी परिवार की एक बेहद खूबसूरत तस्वीर पेश करता है. लेकिन अक्सर खुद को ‘परिवार’ कहने वाले लोग अपनी सीमाएं भूल आपके रिश्ते में घुसने लगते हैं. रिश्तेदारों का थोड़ा-बहुत टोकना चलता है, लेकिन जब वो आपकी लाइफ में जरूरत से ज्यादा दखल देने लगें, तो कभी-कभी ये बहुत ज्यादा परेशानी की वजह बन जाता है. ऐसा नहीं है कि हर बार रिश्तेदारों की नीयत गलत ही होती है, लेकिन जब वो आपके पर्सनल स्पेस में घुसने लगें, तो बात बिगड़ सकती है. इससे बचने के लिए आपको थोड़ा स्मार्ट तरीके से निपटना जरूरी है.
1. तय करें उनकी बाउंड्रीज़ – सबसे पहले रिश्तेदारों को ये साफ-साफ बता दो कि आपकी लाइफ के कौन से टॉपिक्स या फैसले पर्सनल हैं. लेकिन ध्यान रहे, ये बात प्यार और आदर से करें ताकि उन्हें बुरा न लगे. आप बातों-बातों में बता सकते हैं कि हम इस तरह की बातें किसी से शेयर नहीं करते. आप शालीनता से अपने रिश्तेदारों या परिवार वाालें को कह सकते हैं कि ‘मुझे आपकी चिंता समझ में आती है, लेकिन ये मैटर मैं खुद हैंडल करना पसंद करूंगा/करूंगी.’ बाउंड्रीज़ सेट करने से रिश्ते में बैलेंस बना रहेगा.
2. शांति से कहें अपनी बात – कई बार जब हमारे प्राइवेट मैटर में कोई बाहर का व्यक्ति या रिश्तेदार ही सही, पर दखल देते हैं तो हम इस बात पर कुछ ऐसे रिएक्ट करते हैं कि वो बुरा लग सकता है. पर ऐसी स्थिति में आपको सबसे पहले संयम से काम लेना चाहिए. अगर कोई आपके कामों में बार-बार टांग अड़ा रहे हैं, तो चिढ़ने की ज़रूरत नहीं है. क्योंकि इससे ये बात और भी बिगड़ सकती है. शांत रहकर रिएक्ट करना ज्यादा बेहतर है. एग्रेसिव रिएक्शन से सिर्फ माहौल खराब होगा, जबकि आपका शांत रहना रिश्तों को बचा सकता है.
शांत रहकर रिएक्ट करना ज्यादा बेहतर है. एग्रेसिव रिएक्शन से सिर्फ माहौल खराब होगा.
3. नजरिया समझना भी जरूरी – आपके आसपास ऐसे रिश्तेदार होंगे, जो आपको जिंदगी में फैसला कैसे लेना चाहिए या क्या करना चाहिए की सलाह देते हैं. लेकिन हर बार हर व्यक्ति आपकी जिंदगी में घुस रहा है, ये जरूरी नहीं. हर बार सामने वाले को सिरे से नकार देना भी सही नहीं है. सबसे जरूरी है कि आप समझें कि आपको मिल रही सलाह, एक दखल है या वो आपकी केयर कर रहे हैं. किसी भी फैसले पर आने से पहले आपको ये समझना चाहिए कि उनका इंटेंशन क्या है. जब भी आप उनकी फीलिंग्स का ख्याल रखने की कोशिश करेंगे, माहौल पॉजिटिव रहेगा.
4. टॉपिक चेंज करना सीखो – अगर रिश्तेदार बार-बार आपके पर्सनल मामले में ज्यादा दिलचस्पी ले रहे हैं, तो बड़े प्यार से बात का रुख मोड़ने की कोशिश करें. कई बार ऐसी परिस्थिती को टालकर भी संभाला जा सकता है. इससे आप बिना किसी बहस के सिचुएशन को हल्का और पॉजिटिव बना सकते हो. हर बार उपाय ढूंढने के बजाए, आप कुछ चीजें टालकर भी अपनी जिंदगी आसान बना सकते हैं.
5. फैमिली में सपोर्ट सिस्टम बनाओ – अगर किसी रिश्तेदार का दखल हद से ज्यादा बढ़ रहा है, तो अपनी फैमिली में किसी दूसरे व्यक्ति से बात करें. वो आपका नजरिया समझकर बाकी लोगों को समझाने में मदद कर सकते हैं. जैसे अगर आपको सास या ससुर की बातें या ज्यादा दखलअंदाजी से परेशानी है तो आप ननद या किसी ऐसे रिश्तेदार की मदद ले कर अपना नजरिया समझा सकती हैं. अपने साइड पर भरोसेमंद लोगों का होना हर सिचुएशन में फायदेमंद रहता है.
कई बार ऐसी परिस्थिती को टालकर भी संभाला जा सकता है.
थोड़े संयम, स्मार्टनेस और चीजों को समझने से आप ऐसी परेशानियों से बाहर निकल सकते हैं. अपने रिश्ते में बाउंड्रीज़ सेट करें और अपने पर्सनल स्पेस को साफ रखें. ऐसे में आप किसी को नाराज किए बिना भी अपनी प्राइवेट जिंदगी को इंजॉय कर सकते हैं.
Tags: Relationship, Rishton Ki Partein
FIRST PUBLISHED :
November 18, 2024, 20:19 IST