उदयपुर. उदयपुर की सलूंबर विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी का सहानुभूति का कार्ड चल गया. उसने यहां भारतीय आदिवासी पार्टी (BAP) को पटखनी देकर सीट पर फिर से कब्जा कर लिया है. बीजेपी ने यहां अपने दिवंगत विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी शांता देवी को चुनाव मैदान में उतार रखा था. वहीं कांग्रेस को टिकट वितरण के बाद सामने आई पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुवीर मीणा की नाराजगी महंगी पड़ गई. कांग्रेस की यहां जमानत से जब्त हो गई. बाप के लिए यह सीट इस बार उम्मीद की किरण थी. वह शुरुआत से लेकर अपनी उम्मीद के अनुरूप आगे भी बढ़ रही थी. लेकिन अंत समय में बीजेपी ने बाजी पलट दी और सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखा.
सलूंबर में भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी शांता देवी मीणा ने बेहद रोचक मुकाबले में इस चुनाव को जीता है. इससे साफ जाहिर है कि बीजेपी काउंटिंग की शुरुआत में पिछड़ने के बावजूद उसके नेताओं और कार्यकर्ताओं के चेहरे पर कोई शिकन नजर नहीं आई. उन्हें पूरा विश्वास था कि अंत में जीत उसकी होनी है और हुआ भी वही. शांता देवी मीणा ने भारत आदिवासी पार्टी के जितेश कटारा को 1285 वोट से शिकस्त देकर यह जीत हासिल की है. क्षेत्र के जिन इलाकों में बीजेपी का होल्ड है उन इलाकों के वोटों की गिनती अंतिम कुछ राउंड्स में हुई थी. यही वजह रही कि बीजेपी कार्यकर्ता अंत तक दम साधे बैठे रहे.
कांग्रेस को महंगी पड़ी रघुवीर मीणा की नाराजगी
कांग्रेस ने यहां पूर्व सांसद एवं विधायक और CWC के पूर्व सदस्य रघुवीर मीणा का टिकट काटकर नया दांव खेलने की कोशिश की थी. माना जा रहा है कि उसका यह दांव ही उसे ले बैठा. उसका यह दांव उस पर उल्टा पड़ गया. टिकट कटने रघुवीर मीणा नाराज हो गए और उन्होंने चुनाव में अपनी सक्रियता कम कर दी. कांग्रेस ने उसे हल्के में लिया. इसका परिणाम यह हुआ कि कांग्रेस अपनी जमानत तक नहीं बचा पाई. रघुवीर मीणा मतदान से कुछ दिनों पूर्व ही माने थे. लेकिन पूरी तरह से प्रचार अभियान में नहीं जुटे. इससे उनका वोट बैंक बीजेपी की ओर शिफ्ट हो गया. इसका खामियाजा कांग्रेस पार्टी को तीसरे स्थान पर रहकर चुकाना पड़ा.
लगातार चौथी बार भाजपा प्रत्याशी की जीता
सलूंबर विधानसभा सीट से बीजेपी लगातार चौथी बार जीती है. लेकिन कांग्रेस की स्थिति इस बार बेहद निराशजनक रही और उसकी प्रत्याशी रेशमा मीणा की जमानत तक जब्त हो गई. सलूंबर विधानसभा उपचुनाव की मतगणना के दौरान पहले राउंड से बाप प्रत्याशी जितेश कटारा लीड बनाए हुए थे. उनकी लीड लगातार बढ़ती गई और एक बार तो वह 14000 के पार चली गई.
21 राउंड की काउंटिंग तक जितेश कटारा आगे चलते रहे
हालांकि आठवें राउंड के बाद बीजेपी की शांता देवी मीणा बढ़त लेने में सफल हुई और BAP पार्टी के प्रत्याशी की लीड को कम करती गई. इसके बावजूद कुल 22 राउंड की काउंटिंग में 21 राउंड की काउंटिंग तक जितेश कटारा आगे चल रहे थे. आखिरी राउंड की काउंटिंग से पहले 357 वोटों की लीड बाप के पास थी. लेकिन आखिरी राउंड और पोस्टल बैलेट की काउंटिंग को मिलाकर भाजपा की शांता देवी मीणा ने 1285 वोटों से जीत हासिल कर ली.
यहां बीजेपी की सबसे कम वोटों से जीत हुई है
राजस्थान की सात सीटों पर हुए उपचुनावों में यहां सबसे कम वोटों से बीजेपी की जीत हुई है. यहां कांग्रेस यहां लगातार पिछड़ती रही और अंत में उसके प्रत्याशी रेशमा मीणा की जमानत भी जब्त हो गई. रेशमा मीणा को महज 26760 वोट मिले जो की जमानत बचाने के लिए पर्याप्त नहीं थे. इससे इतर बीजेपी ने कांग्रेस के गढ़ झुंझुनूं में 40 हजार से ज्यादा मतों के अंतर से चुनाव जीतकर सबको चौंका दिया.
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FIRST PUBLISHED :
November 23, 2024, 18:31 IST