नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को अपने चीनी समकक्ष दोंग जून के साथ विएंतियाने में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। यह वार्ता ऐसे समय में हुई है जब कुछ सप्ताह पहले ही भारत और चीन की सेनाओं ने पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले दो स्थानों से सैनिकों को पीछे हटा लिया था। यह बैठक लाओस की राजधानी में 10 देशों के आसियान समूह और इसके कुछ संवाद साझेदारों के सम्मेलन से इतर हुई। बैठक में उन्होंने कहा कि दोनों देशों को गलवान जैसी झड़प से बचना चाहिए।
राजनाथ सिंह ने क्या कहा?
चीनी समकक्ष दोंग जून के साथ मुलाकात के बाद राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट कर कहा, ''विएंतियाने में चीनी रक्षा मंत्री एडमिरल डोंग जून के साथ अत्यंत उपयोगी बैठक हुई। हम आपसी विश्वास और समझ के पुनर्निर्माण के लिए एक रोडमैप की दिशा में मिलकर काम करने पर सहमत हुए।''
भारत-चीन में बनी सहमति
भारतीय और चीनी सेनाओं ने पिछले महीने के अंत में डेमचोक और देपसांग में वापसी की प्रक्रिया पूरी कर ली थी। इससे पहले दोनों पक्षों के बीच सीमा विवाद को सुलझाने के लिए कई वार्ताओं के बाद समझौता हुआ था। दोनों पक्षों ने लगभग साढ़े चार वर्ष के अंतराल के बाद दोनों क्षेत्रों में गश्त भी शुरू कर दी।
राजनाथ सिंह की विएंतियाने यात्रा
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की विएंतियाने की तीन दिवसीय यात्रा बुधवार से शुरू हुई जिसका मुख्य उद्देश्य आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक-प्लस (एडीएमएम-प्लस) में भाग लेना है। एडीएमएम-प्लस एक मंच है जिसमें 10 देशों का आसियान (दक्षिण-पूर्वी एशियाई राष्ट्रों का संगठन) और इसके आठ संवाद साझेदार - भारत, चीन, ऑस्ट्रेलिया, जापान, न्यूजीलैंड, कोरिया गणराज्य, रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं। लाओस एडीएमएम-प्लस के वर्तमान अध्यक्ष के रूप में इस बैठक की मेजबानी कर रहा है।
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