Agency:News18 Uttar Pradesh
Last Updated:February 12, 2025, 21:09 IST
रानीपुर टाइगर रिजर्व में प्राचीन शैलचित्रों को संरक्षित करने की योजना पर काम चल रहा है. जल्द ही जंगलों में जाने के मार्ग सुलभ किए जाएंगे, जिससे पर्यटकों को वन्य जीवन के साथ ऐतिहासिक धरोहरों का अनुभव मिलेगा. रिज...और पढ़ें
रानीपुर टाइगर रिज़र्व चित्रकूट.
हाइलाइट्स
- रानीपुर टाइगर रिजर्व में प्राचीन शैलचित्र संरक्षित किए जाएंगे
- पर्यटकों के लिए जंगलों में मार्ग सुलभ किए जाएंगे.
- रिजर्व इतिहास प्रेमियों के लिए भी प्रमुख आकर्षण बनेगा.
चित्रकूट: यूपी के चित्रकूट जिले में राज्य का चौथा टाइगर रिजर्व, ‘रानीपुर टाइगर रिजर्व’ पर्यटकों के लिए पूरी तरह से तैयार हो चुका है. वन विभाग की टीम यहां आने वाले लोगों को नए और रोमांचक अनुभव देने के लिए विभिन्न प्रयास कर रही है. रिजर्व में मौजूद प्राचीन धरोहरों को संरक्षित करने की योजना पर भी कार्य शुरू कर दिया गया है.
शैलचित्रों का संरक्षण बनेगा खास आकर्षण
रानीपुर टाइगर रिजर्व की टीम ने क्षेत्र में मौजूद प्राचीन रॉक पेंटिंग्स (शैलचित्र) को संरक्षित करने का बीड़ा उठाया है. इन शैलचित्रों में हजारों साल पुरानी सभ्यता के निशान हैं, जो आज भी पाठा क्षेत्र के घने जंगलों में पाए जाते हैं. ये महज चित्र नहीं हैं, बल्कि यह पुरापाषाणकालीन संस्कृति का जीता-जागता प्रमाण भी है. वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इन शैलचित्रों को विशेष देखभाल के साथ संरक्षित किया जाएगा ताकि पर्यटक इन ऐतिहासिक धरोहरों को नजदीक से देख और समझ सकें.
डिप्टी डायरेक्टर ने दी जानकारी
रानीपुर टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर ने लोकल 18 को जानकारी देते हुए बताया कि रिजर्व के निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि पर्यटकों के लिए जंगलों में जाने के मार्ग अभी पूरी तरह से सुलभ नहीं हैं. जल्द ही इन मार्गों का निर्माण कार्य पूरा किया जाएगा, ताकि पर्यटन को बढ़ावा मिल सके. आगे बताया कि रिजर्व में बड़ी संख्या में प्राचीन शैलचित्र मौजूद हैं, जिनकी सुरक्षा और संरक्षण के लिए विभाग गंभीरता से काम कर रहा है. बताया कि विभाग यह सुनिश्चित कर रहा है कि यहां आने वाले पर्यटक न केवल वन्य जीवन का आनंद लें, बल्कि इन ऐतिहासिक धरोहरों को भी देख सकें. रानीपुर टाइगर रिजर्व न केवल बाघों और वन्यजीवों के लिए प्रसिद्ध होगा, बल्कि इतिहास प्रेमियों के लिए भी एक प्रमुख आकर्षण बनेगा.
Location :
Chitrakoot,Uttar Pradesh
First Published :
February 12, 2025, 21:09 IST