रिस्‍क और रिटर्न को बैलेंस करने करने वाला इस ब्रह्मास्‍त्र बचाएगा घाटे से

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नई दिल्ली. निवेश की दुनिया में एसेट एलोकेशन बेहद अहम है. यह आपकी पूंजी को अलग-अलग एसेट क्लास जैसे इक्विटी, गोल्ड, बांड, और एफडी में बांटने की प्रक्रिया है. सही एसेट एलोकेशन न केवल जोखिम को कम करता है बल्कि बेहतर रिटर्न की संभावनाएं भी बढ़ाता है. एसेट एलोकेशन निवेशक की आयु, वित्तीय लक्ष्य, और जोखिम उठाने की क्षमता जैसे कारकों पर निर्भर करता है. एसेट एलोकेशन के इतना महत्‍वपूर्ण होने के बाद भी बहुत से इनवेस्‍टर इसे इग्‍नोर करते हैं.

हर निवेशक के लिए एसेट एलोकेशन का एक ही फार्मूला नहीं हो सकता. उदाहरण के लिए, ज्यादा जोखिम उठाने वाला निवेशक 70% पैसा इक्विटी में, 20% एफडी में, और 10% गोल्ड में निवेश कर सकता है. वहीं, कम जोखिम पसंद करने वाला व्यक्ति इस अनुपात को 40:40:20 या 70:20:10 में रख सकता है.

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क्यों जरूरी है एसेट एलोकेशन?
बहुत से निवेशक इसे नजरअंदाज करते हैं और अपनी पूरी पूंजी एक ही एसेट क्लास में लगा देते हैं. कुछ शेयर बाजार में तेजी देखकर पूरा पैसा इक्विटी में झोंक देते हैं, तो कुछ अपनी सारी कमाई सोने में लगा देते हैं. लेकिन जब किसी एक एसेट में उतार-चढ़ाव होता है, तो अन्य एसेट स्थिरता बनाए रखते हैं.

एसेट अलोकेशन के फायदे

  • जोखिम में कमी: अलग-अलग एसेट क्लास में पैसा लगाने से बाजार की अस्थिरता का असर कम होता है.
  • बेहतर रिटर्न की संभावना: जब एक एसेट कमजोर प्रदर्शन करता है, तो दूसरा एसेट इसे संतुलित कर सकता है.
  • लंबी अवधि में स्थिरता: सही रणनीति से निवेशक वित्तीय लक्ष्यों को आसानी से हासिल कर सकता है.

एसेट एलोकेशन की रणनीतियां
स्ट्रैटेजिक एसेट एलोकेशन: यह “निवेश करो और भूल जाओ” वाली रणनीति है. इसमें लंबे समय तक तय अनुपात में निवेश बना रहता है.
टैक्टिकल एसेट एलोकेशन: इसमें समय-समय पर निवेश अनुपात में बदलाव किया जाता है, जो शॉर्ट टर्म के लिए कारगर होता है.
डायनमिक एसेट एलोकेशन: इसमें बाजार की चाल के हिसाब से निवेश में तेजी से बदलाव किया जाता है. यह एक एग्रेसिव रणनीति है.

समीक्षा है जरूरी
वित्तीय सलाहकारों का कहना है कि साल में कम से कम दो बार एसेट एलोकेशन की समीक्षा करनी चाहिए. अगर किसी एसेट क्लास में 10% से ज्यादा उतार-चढ़ाव हो, तो पोर्टफोलियो को रीबैलेंस करना चाहिए. सही एसेट एलोकेशन न केवल आपके वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करता है बल्कि आपको बाजार की अस्थिरता से भी बचाता है.

Tags: Investment tips, Personal finance

FIRST PUBLISHED :

November 23, 2024, 15:26 IST

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