मास्को:
रूस-यूक्रेन युद्ध एकबार फिर खतरनाक मोड़ ले रहा है. बात अब परमाणु हमले तक पहुंच गया है. इसी बीच इस युद्ध में इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल की एंट्री हो गई है. रूस की ओर से इस युद्ध में पहली बार इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल का इस्तेमाल किया गया है, जिसको काफी खतरनाक माना जाता है. हालांकि, यूक्रेन में जो इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च की, उसमें परमाणु चार्ज नहीं था.
अंतर-महाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल हमला मामले पर रूस ने युक्रेन के आरोपों को खारिज कर दिया है. यह पूछे जाने पर कि क्या मॉस्को ने मिसाइल दागी है? इसपर क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि उन्हें इस विषय पर कुछ नहीं कहना है.
इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल करीब 5 हजार किमी की दूरी तय कर सकता है और अपने लक्ष्य को हिट करता है. बताया गया कि हमले में कई प्रकार की मिसाइलें शामिल थी रूस के अस्त्रखान क्षेत्र से लॉन्च की गई एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल, ताम्बोव क्षेत्र में मिग-31K फाइटर जेट से दागी गई है.
'मिसाइल में नहीं था परमाणु हथियार'
वायु सेना के एक सूत्र ने एएफपी को बताया कि रूस ने गुरुवार को यूक्रेन में जो इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च की, उसमें परमाणु हथियार नहीं था. यूक्रेनी वायु सेना के सूत्र ने एएफपी को बताया कि यह स्पष्ट था कि जिस हथियार का पहली बार युक्रेन के खिलाफ इस्तेमाल किया गया था, उसमें कोई परमाणु हथियार नहीं था.
इधर, रूसी सेना ने दावा किया है कि उन्होंने ब्रिटेन में निर्मित दो स्टॉर्म शैडो मिसाइलें मार गिराई हैं. लेकिन सेना ने यह जानकारी नहीं दी कि मिसाइलें किस इलाके और किस वक्त दागी गई थीं.
रूस से किया यूक्रेनी गांव पर कब्जा
रूस की ओर से एक बयान जारी कर कहा गया है कि कुराखोव के करीब एक और पूर्वी यूक्रेनी गांव पर कब्जा कर लिया है. मॉस्को के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रूसी सेना ने कुराखोव से पांच किलोमीटर (तीन मील) दक्षिण में स्थित छोटे से गांव डाल्ने पर कब्जा कर लिया.
यूक्रेन की वायु सेना ने कहा कि विमान-रोधी मिसाइल बलों की इकाइयों ने 6 Kh-101 मिसाइलों को नष्ट कर दिया है. हालांकि, अभी किसी भी नागरिक के घायल होने की जानकारी नहीं मिली है.
क्या होता है इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल?
इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल या आईसीबीएम एक सतह-से सतह पर मार करने वाले एक हथियार है. ये लम्बी दूरी तक मार कर सकते हैं. यानी इसकी एक महाद्वीप से दूसरे महाद्वीप तक भी इनकी मारक-दूरी होती है. जानकारी के अनुसार इस मिलाइल की रेंज 5 हजार किलोमीटर से अधिक होती है.