धर्मशाला. हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के जिला मुख्यालय धर्मशाला के भागसूनाग के अप्पर एरिया में मिले नरकंकाल की पहचान हो गई है. यह कंकाल देहरा तहसील के नंदलू गांव के विकास सिंह का है. डीएनए रिपोर्ट और परिवार की शिनाख्त के आधार पर अब ये तस्वीर साफ हो गई है, जबकि इस मामले में कैमिकल अनालिसिस रिपोर्ट अभी भी पेंडिंग है. एसपी कांगड़ा शालिनी अग्रिहोत्री ने भी इस बाबत पुष्टि कर दी है कि ये कंकाल विकास का ही था.
दरसअल, 15 अक्टूबर 2024 को धर्मशाला के अंतर्गत लेटा (मैगी प्वाइंट) के पास कंकाल बरामद हुआ था. घटनास्थल से मिले बैग और अन्य दस्तावेजों के आधार पर मृतक की पहचान 24 वर्षीय विकास कुमार पुत्र मनजीत सिंह निवासी नंदलू डाकघर बणे दी हटटी तहसील देहरा के रूप में हुई थी. विकास 3 अप्रैल 2024 से लापता था, जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट हरिपुर थाना में दर्ज भी थी.
एसपी शालिनी अग्रिहोत्री ने बताया कि पिछले माह भागसूनाग के अप्पर एरिया में एक नरकंकाल मिला था. नरकंकाल के पास मृतक के कपड़े, मोबाइल व अन्य सामान भी पाया गया था. देहरा के नंदलू गांव के एक परिवार ने उसकी पहचान की तो वो विकास के ही पाये गये. मृतक के माता-पिता के खून के सेंपल लेकर स्पॉट पर जो बॉन्स पुलिस को मिली थी, उन्हें मैच करने के लिए डीएनए रिपोर्ट के लिए आरएफएसएल धर्मशाला को भेजा गया था. इसकी रिपोर्ट अब पुलिस के पास आ चुकी है.
क्या बोली कांगड़ा की एसपी
एसपी कांगड़ा शालिनी अग्निहोत्री ने इस बाबत पुष्टि कर दी है कि ये नरकंकाल विकास सिंह पुत्र मनजीत सिंह निवासी नंदलू डाकघर बणे दी हटटी तहसील देहरा का ही था. फिलहाल इस मामले में कैमिकल अनालिसिस रिपोर्ट पेंडिंग है, जिसके आने के बाद हल्की सी धुंधली तस्वीर भी पुर्णत साफ हो जायेगी कि ये कंकाल किसी और का नहीं बल्कि विकास का ही था. कंकाल के पास कागज और पानी की बोतल मिली थी.
FIRST PUBLISHED :
November 23, 2024, 13:09 IST