इन दिनों विगन डाइट का क्रेज सेलेब्स से लेकर लोगों के बीच बहुत तेजी से बढ़ा है। विदेशों के साथ ही भारत में भी लोग इस डाइट को फॉलो करने लगे हैं। कुछ लोग इसे केवल शुद्ध शाकाहारी डाइट समझते हैं, लेकिन यह उससे भी एक स्टेप आगे है। विगन डाइट का मतलब है कि आप जो भी खाना खाते हैं वे खाद्य पदार्थ पौधों से आते हैं, जैसे कि फल, सब्ज़ियाँ, साबुत अनाज, बीज, मेवे, फलियाँ, बीन्स और तेल।
इस खाने के पैटर्न में मांस, मछली, समुद्री भोजन, अंडे और डेयरी प्रोडक्ट्स को भी शामिल नहीं किया जाता है। पर्यावरण और नैतिकता के लिए भी लोग इस डाइट को अपनाते हैं। यही कारण है कि आज दुनियाभर में लोग विगन डाइट को अपना रहे हैं। लेकिन, क्या यह वास्तव में शरीर के लिए फायदेमंद है, या इससे जोखिम पैदा होता है? ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा अस्पताल में सलाहकार-आंतरिक चिकित्सा डॉ. श्रेय श्रीवास्तव बता रहे हैं विगन डाइट के फायदे और नुकसान
विगन डाइट से शरीर को मिलते हैं ये फायदे:
विगन डाइट फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट और आवश्यक विटामिन से भरपूर होता है। यह वजन कम करने में भी मदद करता है, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके हृदय स्वास्थ्य में सुधार करता है और टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम को भी कम करता है। पौधे आधारित आहार सूजन को कम करने और आंत के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए जाने जाते हैं, जिससे समग्र स्वास्थ्य बेहतर होता है। इसके अलावा, यह विटामिन और मिनिरल्स की सामग्री के कारण त्वचा और बालों के लिए दीर्घकालिक लाभ प्रदान करता है।
शरीर में इन पोषक तत्वों की हो सकती है कमी:
आइए तो विगन डाइट के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। लेकिन एक्सपर्ट सुझाव देते हैं कि ऐसी डाइट को फॉलो करने से शरीर में पोषक तत्वों की कमी के आसार बढ़ जाते हैं। विगन डाइट फॉलो करने से शरीर में विटामिन बी12, आयरन और ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी से थकान, और कमज़ोरी जैसी समस्याएँ हो सकती हैं। ऐसे विगन डाइट पर स्विच करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें। विगन आपके लिए सही है या नहीं यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप इसे कितनी अच्छी तरह से प्लान करते हैं!