नई दिल्ली. पूर्व ऑलराउंडर शेन वाटसन ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को सलाह दी है कि वे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में विराट कोहली के साथ उलझने से बचें क्योंकि उनका मानना है कि यह दिग्गज भारतीय बल्लेबाज उकसाने के बाद जिस जज्बे से खेलता है वह उनसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कराता है. कोहली पिछले कुछ समय से टेस्ट क्रिकेट में खराब फॉर्म से गुजर रहे हैं लेकिन पहले उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में शानदार प्रदर्शन किया है और शुक्रवार से यहां ऑप्टस स्टेडियम में शुरू हो रही पांच मैच की सीरीज में वह दोबारा लय हासिल करने का प्रयास करेंगे.
वाटसन ने ‘विलो टॉक पोडकास्ट’ पर कहा, ‘‘विराट के बारे में एक बात जो मैं जानता हूं वह यह है कि वह मैच में प्रत्येक गेंद में जो जज्बा लाता है वह शानदार है. लेकिन हाल के दिनों में ऐसे क्षण आए हैं जब उनके अंदर की यह आग बुझने लगी है क्योंकि मैच के हर लम्हें में उस गति को बनाए रखना बहुत कठिन है.’’ कोहली को उकसाने का अधिकतर ऑस्ट्रेलिया को खामियाजा ही भुगतना पड़ा है और वॉटसन ने भी इसका अनुभव किया है.
पूर्व ऑलराउंडर ने कहा, ‘‘और यहीं ऑस्ट्रेलिया को उसे अकेला छोड़ देना चाहिना और उम्मीद करनी चाहिए कि विराट कोहली वह जज्बा नहीं ला पाए. स्टीव स्मिथ पारी का आगाज करना चाहते थे. वह एक नई चुनौती लेने के लिए बहुत उत्सुक थे. लेकिन उस समय वह अपनी सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजी नहीं कर रहे थे.’’
कोहली ने 2011 से ऑस्ट्रेलिया में 13 टेस्ट खेले हैं और इस दौरान छह शतक और चार अर्धशतक की मदद से 54.08 के औसत से 1352 रन बनाए हैं जिसमें 169 रन उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. कोहली पांचवीं बार ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर आए हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2014-15 की सीरीज में रहा जिसमें उन्होंने चार टेस्ट में चार शतक और एक अर्धशतक से 86.50 के औसत से 692 रन बनाए. टेस्ट क्रिकेट में इस साल कोहली ने छह मैच में 22.72 के औसत से सिर्फ 250 रन बनाए हैं जिसमें 70 रन उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है.
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FIRST PUBLISHED :
November 19, 2024, 17:08 IST