Margashirsha Amavasya 2024 Upay: शनिवार को मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की अमावस्या है। मार्गशीर्ष महीने की ये अमावस्या इसबार 2 दिनों की पड़ रही है। अमावस्या तिथि शनिवार सुबह 10 बजकर 32 मिनट से कल दोपहर पहले 11 बजकर 52 मिनट तक रहेगी। जब अमावस्या दो दिनों की होती है तो पहले दिन श्राद्ध आदि की अमावस्या मनाई जाती है और अगले दिन स्नान-दान की अमावस्या मनाई जाती है। अतः शनिवार के दिन मार्गशीर्ष मास की श्राद्ध आदि की अमावस्या है और रविवार के दिन स्नान-दान की अमावस्या मनायी जाएगी। पितृ दोष से मुक्ति के लिए और अपने पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए अमावस्या के दिन दूध, चावल की खीर बनाकर, गोबर के उपले या कंडे की कोर जलाकर, उस पर पितरों के निमित्त खीर का भोग लगाना चाहिए। इसके अलावा अमावस्या के दिन क्या विशेष उपायों को करने चाहिए जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन करें ये काम
1. अगर आप चाहते हैं कि आपके परिवार पर कभी किसी प्रकार की समस्या ना आये तो अमावस्या के दिन आप हाथी के पैर के नीचे की मिट्टी लाकर, यानी जिस भी जगह पर हाथी चला हो, उस जगह की थोड़ी-सी मिट्टी लाकर अपने घर में संभालकर रखें और जब कभी आपके घर में कोई शुभ काम हो तो उस मिट्टी से अपने और अपने परिवार वालों के माथे पर तिलक करें। इससे आपके परिवार पर कभी किसी प्रकार की समस्या नहीं आयेगी और सबके जीवन में उन्नति अपनी जगह बनायेगी।
2. अगर आप कर्ज से छुटकारा पाना चाहते हैं तो अमावस्या के दिन एक साफ-सुथरे लोटे में जल भरकर हनुमान जी के सामने रखें। साथ ही चमेली के तेल का दीपक जलाएं। इसके बाद ऋग्वेद 8,44,20, यानी कांड आठ, 44 वां सूक्त और 20 वीं ऋचा से ली गई इस पंक्ति का 108 बार जाप कीजिये। पंक्ति इस प्रकार है-'अग्ने सख्यं वृणीमहे' इस प्रकार जाप पूरा हो जाने के बाद उस लोटे के जल को पेड़-पौधों में डाल दें और दीपक को घर में इस्तेमाल कर लें। अमावस्या के दिन ऐसा करने से मंगल से आपकी मित्रता बढ़ेगी और आपको कर्ज से छुटकारा मिलेगा।
3. अगर आप बिजनेस में हर तरह का लाभ पाना चाहते हैं और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को अच्छा करना चाहते हैं, तो अमावस्या के दिन आप उस जगह की मिट्टी लाइये, जहां पर हाथी रहता हो या जिस भी जगह पर हाथी चला हो। उस मिट्टी को लाकर अपने घर के ईशान कोण में, यानी उत्तर-पूर्व दिशा में रखें। अब उस मिट्टी में थोड़ा-सा शहद, थोड़ा-गंगाजल मिलाकर पानी की सहायता से उसे गीला कर लें और जमीन में अच्छे से एक वर्गाकार आकृति में मिट्टी को फैला दें। अब उस मिट्टी पर अनार की कलम से या आम की लकड़ी से मंगल का यंत्र बनाये। मंगल यंत्र आपको उस मिट्टी पर बनाना है। यंत्र बनाने के बाद उसकी विधि-पूर्वक पूजा करें और मंगल के इस मंत्र का 108 बार जाप करें। मंत्र इस प्रकार है-ॐ क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम:। मंत्र जाप के बाद सारी चीज़ों को यथा स्थिति रखा रहने दीजिये। अगले दिन मंगल यंत्र पर रखी पूजा सामग्री और थोड़ी-थोड़ी ऊपर-ऊपर से मिट्टी निकालकर अलग कर लें और साफ बहते जल में प्रवाहित कर दें। बाकी बची मिट्टी को उठाकर अपने पास संभालकर रख लें और उससे रोज़ अपने माथे पर तिलक लगाएं।
4. अगर आप अपने दांपत्य संबंधों की ऊष्मा को बरकरार रखना चाहते हैं तो अमावस्या के दिन आप एक केले का पत्ता या एक थाली लीजिये और उस पर रोली बिछाइये। अब उस रोली की परत पर एक त्रिकोण बनाइये और उस त्रिकोण के बीचो बीच एक चमेली के तेल की शीशी रखिये। साथ ही उस त्रिकोण के पास एक घी का दीपक जलाइये और आहिल्या कामधेनु की पांडुलिपि से ली गई इस पंक्ति का 21 बार जाप कीजिये -'अवन्ती समुत्थं सुमेषानस्थ धरानन्दनं रक्त वस्त्रं समीड़े' इस प्रकार ये उपाय करने से आप अपने दांपत्य संबंधों की ऊष्मा को बरकरार रख पायेंगे और आपके जीवन में प्यार हमेशा भरा रहेगा। साथ ही ध्यान रहे कि मंत्र जाप के बाद उपयोग हुई सारी सामग्री को बहते जल में प्रवाहित कर दीजिये। अगर आपने उपाय में थाली का यूज़ किया है तो उसे साफ करके अपने घर में ही इस्तेमाल कर लें।
5. अगर आपको अमावस्या के दिन अपने किसी पूर्वज़ का श्राद्ध करना हो और आपके यहां कहीं आस-पास किसी महावत के घर पर हाथी हो, तो अमावस्या के दिन वहां पर जाकर हाथी की परछाई वाले स्थान पर बैठकर पितरों के निमित्त तर्पण कार्य करना चाहिए। हाथी की परछाई में श्राद्ध आदि कार्य करने से व्यक्ति को पुण्य फलों की प्राप्ति होती है। साथ ही मंगल देव की कृपा प्राप्त होती है। अगर आपके आस-पास कोई हाथी न रहता हो तो एक मिट्टी से बने हाथी की मूर्ति लाकर श्राद्ध वाले स्थान पर रखकर श्राद्ध कार्य सम्पन्न करें। इससे भी आपको लाभ मिलेगा।
6. अगर आपके परिवार के किसी सदस्य को किसी प्रकार का भय बना रहता है, जिससे आपके काम ठीक ढंग से पूरे नहीं हो पाते, तो अमावस्या के दिन आप 27 लाल साबुत मिर्च को पीड़ित व्यक्ति के ऊपर से सात बार वारकर, घर की किसी साफ-सुथरी जगह पर, उनसे एक त्रिकोण की आकृति बनायें और बीच में से उस आकृति को खाली रखिये। अब उसके बींचो बीच एक चमेली के तेल का दीपक जलाइये। इसके बाद संकटमोचन हनुमानष्टक का पाठ करिये। पाठ करने के बाद सारी सामग्री को बहते जल में प्रवाहित कर दीजिये।
7. अगर आपका बच्चा छोटा है और आप चाहते हैं कि वो बड़ा होकर खूब हष्ट-पुष्ट बने, उसका कद-काठी अच्छा रहे तो अमावस्या के दिन आप अपने बच्चे को गोद में लेकर हाथी के नीचे से निकलना चाहिए। अमावस्या के दिन ऐसा करने से आपका बच्चा खूब हष्ट-पुष्ट रहेगा और उसका कद-काठी, यानी लंबाई-चौड़ाई भी अच्ठी होगी।
8. अगर आप जीवन में पैसों से जुड़ी समस्या से छुटकारा पाना चाहते हैं तो अमावस्या के दिन आप एक केले का पत्ता या न मिलने पर एक थाली लीजिये और उस पर रोली में चमेली का तेल मिलाकर मंगल का यंत्र बनाइये। अब उस यंत्र के बींचो बीच मसूर की दाल की ढेरी बनाइये। ठीक वैसी जैसे कि एक शंकु होता है। इसके बाद यंत्र के पास में एक घी का दीपक जलाइये और पैसों से जुड़ी आपकी जो भी समस्या है, उसके लिए प्रार्थना कीजिये। इसके बाद ऋग्वेद के आठवें मंडल के सूक्त 44 की बाईसवीं ऋचा से लिए गई इस पंक्ति का 108 बार जाप कीजिये-'अग्ने सखस्य बोधि नः' इस प्रकार जाप के बाद सारी सामग्री को किसी नदी या साफ पानी के स्रोत में बहा दीजिये। अगर आपने थाली का इस्तेमाल किया है तो उसे साफ करके अपने घर के यूज़ में ले लीजिये।
9. अगर आपके बिजनेस में लगातार उतार-चढ़ाव आ रहे हैं, तो अमावस्या के दिन आप मिट्टी से बना हाथी घर लाएं और उसे उचित स्थान पर रखें। अब उस पर लाल कपड़ा ओढ़ाएं। इसके बाद धूप-दीप, पुष्प आदि से उसकी पूजा करें। पूजा के बाद वहीं पर बैठकर मंगल के मंत्र का जाप करें। मंगल का मंत्र इस प्रकार है-'ॐ भूमि पुत्राय नमः।' इससे आप अपने बिजनेस के उतार-चढ़ावों से संभले रहेंगे और विपरित परिस्थितियों में सही निर्णय लेने में सक्षम होंगे।
10. अगर आप अपने किसी खास कार्य में बिना किसी रूकावट के सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो अमावस्या के दिन आप एक चॉकलेटी रंग का कपड़ा लेकर उसे त्रिकोण आकृति में काट लें और उस पर केसरिया सिन्दूर में चमेली का तेल मिलाकर 18 बिन्दियां लगाएं। इसके बाद उस कपड़े को घर से दूर किसी विरानी जगह पर छोड़ आयें और घर आने के बाद मंगल के इस मंत्र का एक माला, यानी 108 बार जाप करें। मंत्र इस प्रकार है- ॐ भौमाय नमः। अमावस्या के दिन ऐसा करने से आपके काम बिना किसी रूकावट के जल्द ही पूरे हो जायेंगे और आपको उचित सफलता भी मिलेगी।
11. अगर आप अपने परिवार के सदस्यों के जीवन में खुशहाली बनाये रखना चाहते हैं, तो अमावस्या के दिन आप किसी मंदिर के प्रांगण में केले का पेड़ रोपित करें और उसकी जड़ में थोड़ी-सी हाथी के पांव के नीचे की मिट्टी लाकर डाल दें। फिर जड़ में थोड़ा पानी चढ़ाएं और केले के पेड़ की विधिवत रोली-चावल से पूजा करें। इसके बाद मंगल के इस मंत्र का 108 बार जाप करें। मंत्र इस प्रकार है- 'ॐ मंगलाय नमः।' अमावस्या के दिन ऐसा करने से आप अपने और अपने परिवार के सदस्यों के जीवन में खुशहाली बनाये रखने में कामयाब होंगे।
12. अगर आपका करियर संबंधी कोई जरूरी काम रूका हुआ है, तो अमावस्या के दिन आपको आंवले के पेड़ को प्रणाम करना चाहिए और उसकी जड़ में जल चढ़ाना चाहिए। उसके बाद अपने काम के लिए पुनः प्रयास करना चाहिए। अगर आपको कहीं आस-पास आंवले का पेड़ ना मिले, तो आंवले के पेड़ की फोटो देखकर या मन में आंवले के पेड़ का ध्यान करके प्रणाम करें। अमावस्या के दिन ऐसा करने से आपका प्रयास सफल होगा और आपका करियर संबंधी काम भी जरूर बनेगा।
(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7:30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)
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