शिमला. हिमाचल प्रदेश के शिमला के दिल को लगातार ‘छलनी’ किया जा रहा है. एक बार बार फिर से शिमला के एतिहासिक रिज मैदान पर बड़ी-बड़ी किलें ठोकी गई हैं और साथ ही बड़ी मशीनरी भी यहां संवेदनशील स्थान पर पहुंच गई. जबकि इस रिज मैदान के नीचे बड़ा 100 साल पुराना पानी का टैंक है और यह काफी सेंसेटिव जोन है. अहम बात है रिज मैदान पर भार बढ़ने पर इसके ढहने का भी खतरा बना रहता है.
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को जब रिज मैदान पर पोकलेन मशीन पहुंची तो हल्ला मच गया. यहां पर 1 से डेढ़ फुट के कील रिज मैदान पर गाढ़े गए हैं. वहीं,नगर निगम को इस बारे में पता ही नहीं है किस कार्यक्रम के लिए यहां पर टैंट लगाए जाएंगे. वहीं, रिज पर बड़े बड़े गड्ढे भी खोदे गए हैं.
शिमला के मेयर सुरेंद्र चौहान ने इस पूरे मामले पर कहा कि यहां हो रहे काम की हमें जानकारी नहीं थी. जैसे ही जानकारी मिली है, काम को बंद करवा दिया गया है और अधिकारियो को मौके पर बुलाया गया है. उन्होंने बताया कि रिज पर टैंट लगाने के लिए पहले से ही होल किए गए हैं और वहीं पर टैंट लगेंगे. यहां पर कोई एक्सट्रा एक्टिविटी अलाउड नहीं है.
रिज पर किसी कार्यक्रम के चलते काम हो रहा है.
उधर, शिमला के पूर्व डिप्टी मेयर टिकेंद्र पंवर ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी. वह पूरे मामले को लेकर काफी गुस्से में नजर आए और वीडियो जारी कर कहा कि कहा हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय ने शिमला रिज मैदान पर किसी भी गतिविधि की अनुमति ना देने के सख्त आदेश दिए, लेकिन सरकारी एजेंसियां बिना किसी रोक-टोक के इसका उल्लंघन कर रही हैं. उन्होंने रिज मैदान का वीडियो भी जारी किया और पोकलेन मशीन को हटाने के लिए कहा.
रिज मैदान पर गड्ढे भी खोदे गए हैं.
गौरतलब है कि रिज मैदान पर एक दिसंबर को एड्स जागरुकता को लेकर कार्यक्रम होना है और इस कार्यक्रम में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू भी शामिल होंगे. हालांकि, यह पता नहीं चल पाया है कि स्टैज और मंच किस कार्यक्रम के लिए लगाया जा रहा है.
रिज मैदान पर लाई गई बड़ी मशीन.
120 साल पुराना है टैंक
शिमला के रिज मैदान पर 120 साल पुराना पानी का टैंक हैं, जिससे शहर को सप्लाई होती है. अहम बात है कि यदि भारी मशीनरी या खुदाई का काम यहां होगा तो इसके ढहने का खतरा है. अहम बात है कि रिज मैदान पर गेएटी थियेटर के पास एक हिस्सा भी ढह गया, जिसकी क्रेट वाल का काम हुआ है.
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FIRST PUBLISHED :
November 29, 2024, 13:45 IST