शिमला. हिमाचल प्रदेश में 1990 के दशक में केंद्र सरकार के साक्षरता अभियान की शुरुआत हुई. इस अभियान को कई संस्थाओं ने लोगों के बीच में पहुंचाया. लेकिन, हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति ने इस अभियान को लोगों तक पहुंचाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. यह कहना भी गलत नहीं होगा कि हिमाचल ज्ञान विज्ञान समित का उद्भव ही साक्षरता अभियान के साथ हुआ. इसके बाद सामाजिक आंदोलन, वैज्ञानिक दृष्टिकोण और कई सामाजिक कुरीतियों को समाज से दूर करने में भी ज्ञान विज्ञान समिति का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. ज्ञान विज्ञान समिति बीते करीब 4 दशकों से हिमाचल प्रदेश सहित देश के कई राज्यों में कार्य कर रही है.
साक्षरता अभियान से हुई समिति की शुरुआत
हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के अध्यक्ष ओम प्रकाश भूरेटा ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति, अखिल भारतीय ज्ञान विज्ञान नेटवर्क और भारतीय जान विज्ञान समिति का एक घटक है, जो आज अपना 34वां स्थापना दिवस मना रहा है. हम ज्ञान-विज्ञान से जुड़े मुद्दों और सामाजिक विकास के लिए काम करते है. साक्षरता अभियान से हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति की शुरुआत हुई थी और अब ज्ञान विज्ञान समिति युवाओं के मुद्दों को लेकर, महिलाओं के मुद्दे, शिक्षा, रोजगार और जन विज्ञान के मुद्दों पर पिछले करीब 3 दशकों से काम करते आए है.
चार पीढ़ियों ने किया अभी तक कार्य
हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के सचिव सत्यवान पुंडीर ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि ज्ञान विज्ञान समिति का यह चौथा दशक शुरू हो चुका है. ज्ञान विज्ञान समिति की चार पीढ़ियों ने अभी तक कार्य किया है. 1990 में ज्ञान विज्ञान समिति की शुरुआत केंद्र सरकार के साक्षरता मिशन के साथ हुई. पहली धारा में विज्ञान से जुड़ी धारा थी, दूसरी धारा साक्षरता के मिशन के साथ आगे बढ़ी, तीसरी धारा सामाजिक आंदोलनों के साथ शुरू हुई और चौथी धारा में ज्ञान विज्ञान समिति समाज में बढ़ रही नशे की विकृति को दूर करने के लिए कार्य कर रही है.
Edited By- Anand Pandey
Tags: Education system, Himachal pradesh news, Local18, Shimla News, Women Empowerment
FIRST PUBLISHED :
November 23, 2024, 15:23 IST