Agency:News18Hindi
Last Updated:February 01, 2025, 12:08 IST
ये देश एक ऐसा हाइपरसोनिक कमर्शियल एयरक्राफ्ट बना रहा है, जो पेरिस से बीजिंग तक का सफर सिर्फ एक घंटे में पूरा कर सकता है.पूरी डिटेल यहां चेक करें.
नई दिल्ली. तकनीक की दुनिया में हर दिन आपको कुछ ऐसा जानने को मिल रहा है, जो आपकी ये सोचने पर मजबूर कर देता है कि ऐसा भी हो सकता है क्या ! तकनीक के दम पर ही अमेरिका, रूस और चीन दुनिया के सुपरपावर बने हैं. अगर सिर्फ चीन की बात करें तो ये देश दुनिया का सबसे बड़ा निर्यातक है. चीन से पूरी दुनिया के बाजार में कच्चे माल और उत्पादों की सप्लाई होती है. ऐसे बहुत से देश हैं, जो मेडिकल और डेाली यूज के प्रोडक्ट के लिए चीन पर निर्भर हैं. जैसे कि पाकिस्तान.
लंबे समय से चीन ग्लोबल वेपन मार्केट यानी हथियारों के बाजार में नंबर वन बनने की कोशिश कर रहा है, जिसमें अभी फ्रांस, अमेरिका और इसरायल आगे हैं. लेकिन अगर टेक्नोलॉजी में देखें तो चीन इन देशों से कहीं आगे है. हाइपरसोनिक मिसाइल बनाने के बाद चीन अब एक हाइपरसोनिक प्लेन बना रहा है. चीन अगर ये हाइपरसोनिक प्लेन बना लेता है तो ये पूरी पृथ्वी का सिर्फ 7 घंटे में चक्कर काट सकता है.
कौन बना रहा ये हाइपरसोनिक विमान
इस हाइपरसोनिक प्लेन को बीजिंंग की कंपनी लिंगकोंग तियानक्सिंग टेक्नोलॉजी (Lingkong Tianxing Technology ) बना रही है और इसने अपने Yunxing प्रोटोटाइप एयरक्राफ्ट की सफलतापूर्वक टेस्टिंग कर ली है. ये एक कमर्शियल एयरक्राफ्ट है, जो मैक 4 (ध्वनि की गति से चार गुना) की गति से उड़ सकता है. इसे साल 2027 में लॉन्च किया जाएगा.
हाइपरसोनिक विमान की स्पीड
इस हाइपरसोनिक विमान की स्पीड 3,069 मील प्रति घंटा होगी, जो लगभग 5,000 kmph होगी. खास बात ये है कि यह रिटायर्ड कॉनकॉर्ड विमान की गति के लगभग बराबर है. सुपरसोनिक कॉनकॉर्ड 2,000 kmph की गति से उड़ सकता है, जो ध्वनि की गति से दोगुनी से भी अधिक है. कई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन का हाइपरसोनिक विमान लंदन से न्यूयॉर्क तक की दूरी सिर्फ डेढ़ से दो घंटे में तय कर सकता है. रेड ड्रैगन इस प्रोजेक्ट पर जोर-शोर से काम कर रहा है.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
February 01, 2025, 12:08 IST