![मोहन भागवत](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/new-lazy-big-min.jpg)
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत पश्चिम बंगाल की 10 दिवसीय यात्रा पर गुरुवार शाम को कोलकाता पहुंचे। इस यात्रा के दौरान वह संघ के संगठनात्मक ढांचे का आकलन करेंगे और इसके भविष्य के दिशा-निर्देशों पर चर्चा करेंगे। संघ के वरिष्ठ नेता जिष्णु बसु के अनुसार, मोहन भागवत हाल ही में केरल से बंगाल पहुंचे हैं।
जिष्णु बसु ने बताया कि मोहन भागवत का यह दौरा 7 से 16 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान वह बंगाल के विभिन्न जिलों के संघ पदाधिकारियों से बातचीत करेंगे और संगठन की कार्यप्रणाली को मजबूत करने के लिए सुझाव देंगे। उनकी यात्रा का मुख्य उद्देश्य संगठन के कार्यों की समीक्षा करना और उसे आगामी समय के लिए और अधिक प्रभावी बनाना है।
मोहन भागवत का कार्यक्रम-
- 7 से 10 फरवरी: दक्षिण बंगा क्षेत्र में संघ के पदाधिकारियों से बैठकें। इस क्षेत्र में पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, हावड़ा, कोलकाता, उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिले शामिल हैं।
- 13 फरवरी: मध्य बंगालके क्षेत्र में जाएंगे, जहां वह बांकुरा, पुरुलिया, बीरभूम, पुरबा, पश्चिम बर्धमान और नादिया जिलों का दौरा करेंगे।
- 11 और 12 फरवरी: विचार-विमर्श के सत्रों में हिस्सा लेंगे, जिसमें संगठन के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से गहन चर्चा होगी।
- 14 फरवरी: मध्य बंगाल क्षेत्र में संघ के नए कार्यालय का उद्घाटन करेंगे।
- 16 फरवरी: बर्धमान स्थित एसएआई परिसर में संघ के पदाधिकारियों के सम्मेलन में भी भाग लेंगे, जहां वे आगामी योजनाओं पर चर्चा करेंगे।
मोहन भागवत की इस यात्रा का उद्देश्य आरएसएस के अभियानों को बंगाल में और अधिक मजबूत करना और यहां के कार्यकर्ताओं के बीच संगठनात्मक बंधन को सुदृढ़ करना है। (भाषा इनपुट के साथ)
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