![शुल्क फंड हाउस द्वारा निर्धारित किया जाता है।](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/paisa-new-lazy-big-min.jpg)
म्यूचुअल फंड में आप जो निवेश करते हैं उसका मैनेजमेंट एसेट मैनेजमेंट कंपनियों द्वारा किया जाता है। यह कंपनियां हर स्कीम या फंड के संभालने के लिए फंड मैनेजर नियुक्त करती हैं। इन फंड मैनेजरों को मार्केट एक्सपर्ट और वित्तीय विश्लेषकों की एक टीम द्वारा सहायता की जाती है। बाजार के जोखिमों पर काबू पाने की दिशा में काम करते हुए इन पेशेवरों के खर्चों का प्रबंधन करना एक मुश्किल काम हो सकता है। इसको देखते हुए एसेट मैनेजमेंट कंपनियां निवेशकों से कुछ शुल्क वसूलती हैं। आप इसे अगर निवेश से पहले समझ लेंगे तो आपको आसानी होगी।
एंट्री लोड
एंट्री लोड असल में एक फंड हाउस द्वारा निवेशक से लिया जाने वाला शुल्क है जब वह म्यूचुअल फंड की यूनिट खरीदता है।
एग्जिट लोड
एग्जिट लोड एक फंड हाउस द्वारा निवेशक से तब लिया जाता है जब वह म्यूचुअल फंड की यूनिट रीडिम या भुनाता है। एग्जिट लोड तय नहीं होते हैं और स्कीम दर स्कीम अलग-अलग हो सकते हैं। bankbazaar के मुताबिक, सामान्यतौर पर एग्जिट लोड 0.25% से 4% तक होता है, जो इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस तरह की स्कीम में निवेश करते हैं। शुल्क फंड हाउस द्वारा निर्धारित किया जाता है, और एग्जिट लोड लगाने की असल वजह यह सुनिश्चित करना है कि निवेशक एक निश्चित अवधि के लिए स्कीम में निवेशित रहें।
मैनेजमेंट शुल्क
यह शुल्क निवेशकों से फंड मैनेजरों को स्कीम के प्रबंधन के लिए दी जाने वाली सेवाओं के लिए भुगतान करने के लिए इकट्ठे किए जाते हैं।
अकाउंट फीस
जब निवेशक न्यूनतम बैलेंस राशि की जरूरत को पूरा करने में विफल होते हैं, तो एसेट मैनेजमेंट कंपनियों द्वारा कभी-कभी अकाउंट फीस लिया जाता है। ये शुल्क निवेशक के पोर्टफोलियो से घटा दिए जाते हैं।
सर्विस और डिस्ट्रीब्यूशन चार्ज
सर्विस और डिस्ट्रीब्यूशन चार्ज शुल्क एसेट मैनेजमेंट कंपनियों द्वारा उनके द्वारा किए गए प्रिंटिंग, मेलिंग और मार्केटिंग खर्चों के लिए वसूले जाते हैं।
स्विच फीस
कई म्यूचुअल फंड स्कीम्स निवेशकों को अपने निवेश को एक योजना से दूसरी योजना में स्विच करने की परमिशन देती हैं। इस सेवा के लिए लिया जाने वाला शुल्क स्विच फीस कहलाता है।