Delhi Airport Police: कंवलजीत की किस्मत का सौदा सिर्फ एक लाख रुपए में तय हुआ था. सौदे के तहत, उसे पहले बैंकॉक पहुंचना था. चूंकि पूरा खेल बैंकॉक पहुंचने के बाद खेला जाना था, लिहाजा वहां कुछ दिन रुकने के बाद कंवलजीत को ग्रीस का सफर तय करना था. यहीं पर कंवलजीत की किस्मत की नई इबारात लिखा जाना तय हुआ था.
अबतक सबकुछ बिल्कुल वैसा ही चल रहा था, जैसा कि इस खेल के मास्टर माइंड ने कंवलजीत के लिए तय किया था. कंवलजीत के बैंकॉक जाने की तारीख तय हो चुकी थी. स्पाइस जेट की बैंकॉक जाने वाली फ्लाइट SG-087 में टिकट बुक हो चुकी थी. चूंकि बैंकॉक में वीजा ऑन अराइवल है, लिहाजा वीजा लेने का अभी तक कोई लफड़ा नहीं था.
पेज नंबर 11 ने यूं पटल दिया पूरा खेल
देखते ही देखते, 20 नवंबर की वह रात भी आ गई, जिस दिन इस साजिश के पहले चरण को अंजाम दिया जाना था. 20 नवंबर की शाम परविंदर आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल थ्री पहुंच गया. एयरपोर्ट पर चेक-इन तक तो सबकुछ ठीक रहा, लेकिन जैसे ही डॉक्युमेंट की स्क्रुटनी के लिए वह ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन काउंटर पर पहुंचा, किस्मत एक बार फिर पटली खा गई.
दरअसल, डॉक्युमेंट की स्क्रुटनी के दौरान, इमिग्रेशन अफसर की निगाह पासपोर्ट के पेज नंबर 11 पर जाकर रुक गई. इस पेज पर गोंद के कतरों के निशान मौजूद थे. ध्यान से देखने पर ऐसा लगा, जैसे इस पेज से किसी वीजा स्टीकर को बदनियत के साथ निकाला गया हो. जब परविंदर से इमिग्रेशन अफसर ने इस बाबत पूछा गया तो वह कोई संतोषजकनक जवाब नहीं दे पाया.
पूछताछ में हुआ मास्टर माइंट का खुलासा
नतीजन, परविंदर को हिरासत में लेकर आगे की जांच के लिए आईजीआई एयरपोर्ट थाना पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया. पूछताछ में कंवलजीत ने एयरपोर्ट पुलिस को बताया कि इस साजिश का मास्टर माइंड अमृतसर में बैठा राहुल अरोडा है. वह अपने चचेरे भाई के जरिए राहुल अरोडा से मिला था. राहुल अरोडा ने उसे एक लाख रुपए में ग्रीस भेजने की बात कही थी.
सौदे के तहत, राहुल ने एक लाख रुपए के एवज में ग्रीस के वीजा का इस्तेमाल किया और उसके पासपोर्ट के पेज नंबर 11 पर चिपका दिया. बाद में, पता चला कि ग्रीस का यह वीजा फर्जी है, तो उसने बैंकॉक के रास्ते ग्रीस भेजने की बात कही. एयरपोर्ट पहुंचने से पहले उसने अपने पासपोर्ट से ग्रीस का नकली वीजा निकाल दिया, जिसके चलते उसे इमिग्रेशन ने उसे हिरासत में ले लिया.
अमृतसर से हुई मास्टर माइंड की गिरफ्तारी
कंवलजीत के खुलासे के बाद आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 318(4)/336(3)/340(2) और पासपोर्ट एक्ट की धारा 12 के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया. वहीं, राहुल की गिरफ्तारी के लिए एसएचओ सुशील गोयल के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. इस टीम में महिला सब इंस्पेक्टर प्रतिमा के साथ कांस्टेबल प्रदीप भी शामिल थे.
एक लंबी कवायद के बाद राहुल अरोडा को भी आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने अमृतसर से गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ में राहुल ने बताया कि वह एयर टिकट और वीजा अरेंज करने का काम बीते कुछ सालों से कर रहा है. कुछ साल पहले उसकी मुलाकात कुछ ऐसे एजेंट से हुई जो फर्जी वीजा के गोरखधंधे से जुड़े हुए थे. रुपयों के लालच में आकर वह भी इस धंधे में शामिल हो गया.
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FIRST PUBLISHED :
November 26, 2024, 08:15 IST