15 महीने 3800 KM, कैसे तय की दूरी? हमास से छूटे इजरायली ने बताई कैद की कहानी

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Agency:News18Hindi

Last Updated:February 01, 2025, 12:01 IST

हमास के कैद से रिहा हुए इजरायली नागरिक ने काले दिन की कहानी सुनाई है. उन्होंने बताया कि हमास के कैद में 70 महीने कैसे बीते. उनको कहां रखा गया, क्या सुविधा दी गई, किसी से मिलने दिया जाता था या नहीं? कैसे गुजरे य...और पढ़ें

15 महीने 3800 KM, कैसे तय की दूरी? हमास से छूटे इजरायली ने बताई कैद की कहानी

हमास के कैद में कैसे बीते दिन इजरायली नागरिकों ने सुनाया दास्तां.

हमास और इजरायल के बीच सीजफायर पर समझौता हो चुका है. हमास लगातार इजरायली कैदियों को रिहा कर रहा है. इजरायल भी बदले में सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों को एक बार में रिहा कर रहा है. गुरुवार को हमास ने 8 थाई और 3 इजरायली सहित 8 कैदियों को रिहा किया था. गुरुवार को रिहा किए गए 80 साल के गादी मोजेस इजरायली नागरिक ने हमास के कैद के काले 15 महीने के दुःख पीड़ा की कहानी सुनाई. उन्होंने बताया कि हमास के कैद में ये 15 महीने कैसे बीते थे. हमास ने किस प्रकार की छूट दी थी या फिर उसने कैदियों के साथ कैसे व्यवहार किया था. कैदियों को कैसे रखा गया था?

हमास के कैद से गुरुवार को रिहा होने वाले 80 वर्षीय गादी मोजेस ने 15 महीने के काले दिन को याद किया. अपने परिवार से बात करते हुए उन्होंने बताया कि कैद में उनको कैसे रखा गया था. उन्होंने बताया कि पूरे कैद के दौरान उन्हें अकेले रखा गया था, किसी से मिलने की इजाजत नहीं थी. रिहाई से कुछ दिन पहले ही उनकी मुलाकात एक अन्य इजरायली बंधक से हुई थी.

अंधेरी कोठरी में गुजारे काले दिन
टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 70 दिनों तक मोजेस को पूरी तरह से अंधेरी कोठरी में रखा गया. 2 स्क्वायर मीटर के उस कमरे को काल कोठरी भी कहा जा सकता है. इस काल कोठरी में उन्हें किसी से मिलने की इजाजत नहीं थी. युद्ध के दौरान उन्हें एक स्थान से दूसरे तक ट्रांसफर किया जाता रहा. हमास बंधको भूमिगत सुरंगों में नहीं ले गए.

बेटी जिंदा है या मर गई- पता नहीं था
मोजेस ने बात करते हुए बताया कि उन्हें पता था कि दोस्त एफ़्राट काट्ज़ की 7 अक्टूबर के हमले में हत्या कर दी गई थी, लेकिन अपनी बेटी के बारे में उन्हें रिहा होने तक कोई जानकारी नहीं थी. जैसे ही हमास के कैद से रिहा होकर मोजेस इजरायल पहुंचे, स्वागत करने वालों में अपनी बेटी को देखकर रोने लगे. उन्हें भरोसा ही नहीं हो रहा था कि वह जीवित है.

2 Sq m के कमरे में चल दिए 3800 किमी
कैद के दौरान मोजेस को दो वर्ग मीटर की कमरे में रोज करीब करीब सात किलोमीटर चला करते थे. खुद को व्यस्त रखने के लिए वह फर्श पर पड़ी टाइलों की गिनती करते थे. दिमाग में मैथ के सवाल सॉल्व करते थे. उनका चश्मा टूट गया था. दो महीने तक देखने में दिक्कत हुई.बाद में नया चश्मा और दो किताबें पढ़ने के लिए दी गईं. कैद में मोजेस का वजन करीब 15 केजी कम हो गया था.

Israeli worker  Agam Berger

हमास की कैद से रिहा हुई 20 साल इजरायली सैनिक अगम बर्गर.

रिहा होने वाली में 20 साल की इजरायली सैनिक
वहीं, उत्तरी गाजा में, 20 साल इजरायली सैनिक अगम बर्गर को हमास ने रेड क्रॉस को सौंपा. इसका एक वीडियो भी आया था. फुटेज में उसे टूटे बिल्डिंगों से बाहर निकलते देखा जा सकता है. खान यूनिस में, मोजेस, 29 वर्षीय अर्बेल येहुद और पांच थाई नागरिकों को भी सौंप दिया गया. इसके जवाब में, इजरायल ने 110 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया. आज फिर हमास फिर 3 इजरायलियों को रिहा करेगा. बदले में इजरायल 183 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा.

First Published :

February 01, 2025, 12:01 IST

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