नई दिल्ली. भाविश अग्रवाल के स्वामित्व वाली ओला इलेक्ट्रिक द्वारा रीस्ट्रक्चरिंग किए जाने की खबर है. मामले से परिचित सूत्रों का हवाला देते हुए मनीकंट्रोल की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस प्रक्रिया में कंपनी के 500 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी की जा सकती है. यह छंटनी अलग-अलग विभागों में किए जाने का अनुमान है.
ईवी कंपनी अपने मार्जिन को बेहतर बनाने के लिए छंटनी कर रही है जिससे कि वह मुनाफे में आ सके. इससे पहले ओला इलेक्ट्रिक ने 2022 के जुलाई महीने में भी छंटनी की थी. जुलाई 2022 में, ओला इलेक्ट्रिक ने ईवी व्यवसाय पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अपने तीन व्यवसायों यूज्ड कार, क्लाउड किचन और किराना डिलीवरी को बंद करके लगभग 1,000 कर्मचारियों को निकाल दिया था.
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कंपनी की मौजूदा स्थिति
अगस्त में कंपनी ने अपने IPO के लिए जो दस्तावेज दायर किये थे उसमें बताया गया था कि मार्च 2024 तक ओला इलेक्ट्रिक के पास 4,011 ऑन-रोल कर्मचारी थे. सॉफ्टबैंक समर्थित इस कंपनी ने अभी तक लाभ नहीं कमाया है. जानकार इसके पीछे की वजह उच्च लागत और ईवी सब्सिडी में हुई कटौती को मानते हैं. हालांकि, ओला ने भविष्य की योजनाओं को लेकर कहा है कि वह अपने स्कूटरों के लिए इन-हाउस बैटरियों का इस्तेमाल करेगी ताकि लागत कम हो और मुनाफा ज्यादा कमाया जा सके.
घट रही साख
अगस्त में शेयर बाजार में शानदार शुरुआत के बाद ओला इलेक्ट्रिक परेशानियों से जूझ रही है. खबरों की माने तो भारत के बढ़ते इलेक्ट्रिक दोपहिया बाजार में इसका धाक भी कम होती जा रही है. कई कंज्यूमर्स की शिकायतों के बाद ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टेंडर्ड (BIS) ने कंपनी की सर्विसेज और प्रोडक्ट क्वालिटी की जांच की है. इसके अलावा ओला के प्रतिद्वंदियों ने भी इसके आसपास की कीमत वाले स्कूटरों को लॉन्च करके कंपनी की वृद्धि पर अंकुश लगाने का काम किया है. बता दें कि गुरुवार को कंपनी के शेयर 3% गिरकर 67.23 रुपये के अपने सबसे कम बंद भाव पर बंद हुए.
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FIRST PUBLISHED :
November 21, 2024, 21:42 IST