![आईटीसी का चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 7.27% घटकर 5,013.16 करोड़ रुपये रह गय](https://static.indiatv.in/khabar-global/images/paisa-new-lazy-big-min.jpg)
दिग्गज एफएमसीजी कंपनी आईटीसी लिमिटेड ने गुरुवार को तीसरी तिमाही के नतीजे जारी किए। इसमें कंपनी ने 31 मार्च, 2025 को खत्म होने वाले वित्तीय वर्ष के लिए 6.50 रुपये प्रति शेयर का अंतरिम लाभांश घोषित किया है। इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक, कंपनी ने आज एक्सचेंजों को दी गई अपनी फाइलिंग में कहा है कि निवेशकों को इसका भुगतान 6 मार्च से 8 मार्च के बीच किया जाएगा। आईटीसी लिमिटेड ने बुधवार, 12 फरवरी, 2025 को रिकॉर्ड तिथि के रूप में तय किया है। कंपनी का तिमाही नतीजों पर कहना है कि उसने मांग में कमी और इनपुट लागत में तेज वृद्धि के बीच एक लचीला प्रदर्शन दर्ज किया।
आईटीसी का तीसरी तिमाही का नतीजा
विविध क्षेत्रों में कारोबार करने वाली कंपनी आईटीसी लि. का चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 7.27 प्रतिशत घटकर 5,013.16 करोड़ रुपये रह गया। आईटीसी ने शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा कि कंपनी को पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 5,406.52 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ हुआ था। वित्त वर्ष 2024-25 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में आईटीसी की परिचालन आय 9.05 प्रतिशत बढ़कर 20,349.96 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष में 18,660.37 करोड़ रुपये थी।
प्रसुमा और मीटिगो ब्रांडों का अधिग्रहण
आईटीसी ने गुरुवार को फ्रोजन, चिल्ड और रेडी-टू-कुक खाद्य पदार्थों में अपनी उपस्थिति का विस्तार करते हुए प्रसुमा और मीटिगो ब्रांडों का अधिग्रहण करने की घोषणा की। आईटीसी ने भारत में फ्रोजन, चिल्ड और रेडी-टू-कुक खाद्य पदार्थों के क्षेत्र में अग्रणी खिलाड़ी प्रसुमा1 के अधिग्रहण के लिए निर्णायक समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। यह प्रसुमा मीटिगो बाय प्रसुमा और प्रसुमा मोमो किचन ब्रांडों के माध्यम से परिचालन करता है।
एमएसपीएल के पास कितनी हिस्सेदारी
आईटीसी ने एक विनियामक फाइलिंग में कहा कि इसने एएफपीएल और मीट एंड स्पाइस प्राइवेट लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी चाओ चाओ फूड्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ एम्पल फूड्स की 100 प्रतिशत शेयर पूंजी के अधिग्रहण के लिए निश्चित समझौते किए हैं। एएफपीएल और एमएसपीएल 'प्रसुमा' और 'मीटिगो' ब्रांड नामों के तहत रेडी-टू-कुक स्नैक्स और भोजन, सॉस और मसालों, कच्चे और डेली मीट, स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय मैरिनेड, पनीर और जमे हुए खाद्य पदार्थ और स्नैक्स के निर्माण और बिक्री के व्यवसाय में लगे हुए हैं। एमएसपीएल के पास एएफपीएल में लगभग 43 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी है।