पूर्णिया के कुम्हारों द्वारा बनाए गए मिट्टी के बर्तन
पूर्णिया. दिवाली का त्योहार हम सभी के लिए खुशियां लेकर आता है. इस दिन हम सभी गिले-शिकवे भूलकर एक-दूसरे को गले लगाते हैं. दीपों की जगमगाहट से गलियां रोशन हो जाती हैं. वहीं, इस त्योहार का सबसे अधिक इंतजार मिट्टी के बर्तन और दीये बनाने वाले कुम्हारों को रहता है. दिवाली पर अपने व्यवसाय को बढ़ाने और मुनाफा कमाने के लिए ये कुम्हार अपनी सारी जमा पूंजी लगाकर मिट्टी के बर्तन और दीये बनाते और बेचते हैं, जिससे साल भर उनका गुजर-बसर होता है.
पूर्णिया जिले के नगर प्रखंड में लोहा पुल के पास रहने वाले कुम्हार मुकेश प्रजापति, सत्यनारायण पंडित, रामपाल और अन्य लोगों ने लोकल 18 से बात करते हुए बताया कि साल भर उन्हें दिवाली का इंतजार रहता है. इन दुकानदारों ने आम लोगों से अपील की कि चाइनीज लाइटों का बहिष्कार करें और स्वदेशी सामान खरीदें. इन स्थानीय दुकानदारों की उम्मीदें आप पर ही टिकी हैं. उन्होंने बताया कि इस दिवाली के लिए अपनी पूरी जमा पूंजी लगाकर मिट्टी के दीये, डिब्बियां, गेट झालर और अन्य आकर्षक सामान तैयार किया है, जिनकी कीमत 2 रुपये से शुरू होती है. हर साल दिवाली पर इनका व्यवसाय अच्छा चलता था, लेकिन इस बार उन्हें नुकसान की आशंका है.
तूफान से खराब हुआ सामान
वहीं, दुकानदार रामपाल, सत्यनारायण और मुकेश ने बताया कि दिवाली में अब कुछ ही दिन बचे हैं, और वे अपना सामान बेचने के लिए पूरी तैयारी के साथ बाजार में जाने वाले थे. लेकिन पिछले दो दिनों से बंगाल की खाड़ी से आए दाना तूफान का असर बिहार के पूर्णिया में भी देखने को मिल रहा है. बारिश के कारण उनके द्वारा बनाए गए मिट्टी के बर्तन खराब हो गए हैं, जिससे उन्हें भारी नुकसान होने की संभावना है. उन्होंने कहा कि हर साल दिवाली पर उनका सामान आसानी से बिक जाता था, लेकिन इस बार दिवाली फीकी पड़ सकती है.
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FIRST PUBLISHED :
October 27, 2024, 16:36 IST