दो अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री, सुनिता विलिय्मस और बुच विल्मोर, इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन बीते 5 जून 2024 को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन को पहुंचे थे. नासा के ये एस्ट्रोनॉट्स केवल सात दिन के लिए यहां गए थे. लेकिन किसी तकनीकी खामी के कारण वे वापस नहीं लौट सके. उन्हें पहुंचाने वाला यान बिना उन्हें लिए ही लौट आया. तब से अब तक 100 दिन से भी अधिक हो चुके हैं, वे अंतरिक्ष में हैं. नासा ने उन्होंने लौटाने का प्लान बनाया इसके लिए स्पेसएक्स के ड्रैगन क्रू के जरिए लाने का फैसला किया गया. हाल ही में स्पेसक्स की ड्रैगन क्रू की 8वीं उड़ान आईएसआईआई गई है, जहां से वे कुछ एस्ट्रोनॉट्स को लौटाएगी, लेकिन इसमें विलियम्स और विल्मोर नहीं होंगे, पर क्यों? आइए जानते हैं कि ऐसा क्यों है और वे कब लौट सकेंगे?
कौन आएंगे इस उड़ान से?
फिलहाल स्पेसेक्स की ड्रैगन क्रू 8 उड़ान नासा के चार एस्ट्रोनॉट्स मैथ्यू डोमिनिक, माइकल बैरेट और जीनेट एप्स और साथ ही रूसी अंतरिक्ष एजेंसी, रोस्कोस्मोस के अलेक्जेंडर ग्रेबेनकिन को लौटा कर लाएगी. ये चारों एस्ट्रोनॉट्स इसी साल 5 मार्च से आईएसएस पर हैं. यह विलियम्स और विल्मोर के मुकाबले करीब तीन महीने अधिक है. इसके अलावा ड्रैगन क्रू टीम नियमित रोटेशन अभियान का हिस्सा हैं जो करीब छह महीने चलता है.
वापसी में क्यों लग रहा है समय?
नासा का यही क्रू 8 यान बुधवार को पृथ्वी चारों एस्ट्रोनॉट्स को लौटा रहा है. तो ऐसे में विलियम्स और विल्मोर को अभी और इंतजार करना होगा. दोनों को स्पेस एक्स की ड्रैगन क्रू 9 की उड़ान से फरवरी 2025 से पहले वापस नहीं लाया जा सकेगा. लेकिन केवल यही एक वजह नहीं है. इसकी वजह स्पेस फ्लाइट्स की जटिलताओं में भी है जिसे प्लान करना आसान नहीं होता है और उनके लिए और ज्यादा पहले से प्लानिंग की जरूरत होती है.
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर बीते 5 जून से स्पेस स्टेशन में हैं, जबकि वे केवल 7 दिन के लिए वहां गए थे. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Wikimedia Commons)
क्यों अटक गए सुनीता और बुच?
विलियम और विल्मोर पहली बार स्पेस में नहीं गए थे, लेकिन वे जिस यान से गए थे, वह उसकी पहली उड़ान थी. स्टारलाइनर का यह पहली क्रू वाली उड़ान थी. दो बीते चार जून को रवाना हुए थे और चूंकि उन्हें एक ही हफ्ते में लौटना था, वे अपने साथ अपना अधिक निजी सामान नहीं ले गए थे. उनके वहां फंसने की भी एक नहीं कई वजहें थीं. इनमें गैस लीक और थ्रस्टर्स की समस्याएं शामिल थीं, जिससे स्टारलाइनर का कैप्सूल पहली ही यात्रा में उलझ गया.
वापस लाने के वैकल्पिक तरीकों की तलाश
नासा ने तय किया कि विलियम्स और विल्मोर कैप्सूल के साथ वहीं छोड़ दिया जाए, जबकि स्पेस स्टेशन के इंजीनियर यह तलाशते रहे कि आखिर गड़बड़ी कहां हुई थी. कई हफ्तों बाद, अगस्त में, नासा इस नतीजे पर पहुंचा कि विलियम्स और विल्मोर को स्टारलाइनर के कैप्सूल से ही वापस लाना जोखिम भरा होगा. ऐसे में दोनों को वैकल्पिक तरीके से पृथ्वी पर लाने की कोशिशें होती रहीं. और इसके लिए उनकी वापसी क्रू9 की उड़ान से पहले प्लान करना संभव ही नहीं था.
स्टारलाइनर के कैप्सूल में आईएसएस से जुड़ने के बाद समस्याएं आई थीं. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Wikimedia Commons)
दोनों क्या करेंगे वहां?
विलियम्स और विल्मोर को अभी करीब चार से पांच महीने और आईएसएस में रहना होगा. नासा खुद उन्हें इस बारे में बता चुका है. शुरू में वे मेहमान के तौर पर थे, पर वअब वे वहां काम कर रहे हैं और स्टेशन के बाकी सदस्यों की मदद कर रहे हैं यानी अब वे क्रू में से ही एक हैं. आपको जानकार हैरानी होगी कि विलियम्स अपने अनुभव के आधार पर पूरे स्पेस स्टेशन की कमांडर हैं. दोनों स्पेस वॉक से लेकर कई वैज्ञानिक प्रयोगों में भाग लेंगे.
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विलियम्स और विल्मोर स्टारलाइनर की उड़ान से पहले ही स्पेस में कुल मिला कर 500 दिन बिता चुके हैं. एस्ट्रोनॉट्स के लिए यह कई अनोखी बात नहीं है कि उन्हें उम्मीद से ज्यादा समय स्पेस में बिताना पड़ता है. ऐसा कुछ दिन या हफ्ते नहीं बल्कि महीनों तक भी रुकना पड़ सकता है. धरती पर खराब मौसम या और कई वजह से कुछ दिन या हफ्तों तक ज्यादा रुकना तो आम बात ही है.
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FIRST PUBLISHED :
October 25, 2024, 13:05 IST