प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ के बाद अब हालात सामान्य हो रहे हैं। प्रशासन ने भीड़ को कंट्रोल करने का इंतजाम किया है जिसका असर दिख रहा है। भीड़ छंटने से श्रद्धालु अब आसानी से स्नान कर पा रहे हैं। महाकुंभ के 18 दिनों में 27 करोड़ 58 लाख से अधिक श्रद्धालु पवित्र संगम में डुबकी लगा चुके हैं। आज 19वें दिन भी कल्पवासियों और महाकुंभ पहुंचे श्रद्धालुओं का स्नान जारी है। इधर मौनी अमावस्या के मौके पर महाकुंभ में मची भगदड़ के बाद गठित न्यायिक आयोग आज प्रयागराज पहुंच रहा है।
एक महीने के अंदर पूरी होनी है जांच
तीन सदस्यीय जांच टीम भगदड़ की वजह और परिस्थितियों का पता लगाने के साथ ही अपने सुझाव भी देगी ताकि भविष्य में इस तरह की घटना दुबारा न हो। न्यायिक आयोग का नेतृत्व पूर्व न्यायाधीश हर्ष कुमार कर रहे हैं। इस आयोग के सदस्यों में पूर्व आईएएस डीके सिंह और पूर्व IPS वीके गुप्ता शामिल हैं। घटना की पूरी जांच कर आयोग को एक महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंपनी है। आयोग का ध्यान यह सुनिश्चित करने पर है कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और मेला आयोजन को और अधिक सुरक्षित बनाया जा सके।
मेला क्षेत्र में किए गए कई बड़े बदलाव
इस बीच मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और DGP प्रशांत कुमार ने गुरुवार को मेला क्षेत्र का दौरा किया और नए सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया। मेला प्रशासन के सामने अब चुनौती बसंत पंचमी के अमृत स्नान को लेकर है। योगी सरकार ने मेला क्षेत्र में कई बड़े बदलाव किए हैं, जिनका मुख्य उद्देश्य ट्रैफिक और भीड़ नियंत्रण को सख्त बनाना है। इन बदलावों के तहत:
- पूरे मेला क्षेत्र को अब नो-व्हीकल जोन घोषित किया गया है। 5 फरवरी तक मेला क्षेत्र में चार पहिया गाड़ियों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है।
- VIP पास रद्द कर दिए गए हैं। यानी कि अब मेला क्षेत्र में अगले आदेश तक किसी को भी VIP प्रोटोकॉल नहीं दिया जाएगा।
- मेला परिसर में अब केवल पैदल यात्री ही प्रवेश कर सकते हैं, और पॉन्टून पुल को भी केवल पैदल यात्रियों के लिए रखा गया है।
- मेला क्षेत्र के सभी रास्तों को वन-वे कर दिया गया है, ताकि श्रद्धालुओं के प्रवेश और निकासी के रास्ते अलग-अलग हों और भीड़ नियंत्रित की जा सके।
- स्नान घाटों पर श्रद्धालुओं को अधिक समय तक रुकने की अनुमति नहीं दी जा रही है, ताकि अन्य श्रद्धालु भी स्नान कर सकें।
- महाकुंभ मेला क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को भी पहले से मजबूत किया गया है, खासकर बैरिकेडिंग को और मजबूत किया गया है, ताकि श्रद्धालु गलत रास्ते से न निकल सकें।
लाखों की संख्या में पहुंच रहे हैं श्रद्धालु
महाकुंभ में अब भी लाखों श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे हैं, लेकिन इस बार प्रशासन की सख्त निगरानी में स्थिति बेहतर है। मेला क्षेत्र में ट्रैफिक व्यवस्था और सख्त की गई है, जिससे श्रद्धालुओं को अब कम दिक्कत हो रही है। रेलवे भी इस बार सक्रिय है, और कुंभ स्पेशल ट्रेनों की संख्या बढ़ा दी गई है। प्रयागराज के 5 रेलवे स्टेशनों से स्पेशल ट्रेनों का संचालन हो रहा है, जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधा मिल रही है।