Agency:News18 Madhya Pradesh
Last Updated:February 09, 2025, 11:08 IST
Balaghat News: बालाघाट में इस साल धान खरीदी 185 केंद्रों पर हुई, जिसमें 1 लाख 9 हजार किसानों ने 55 लाख क्विंटल धान बेचा. हालांकि, 20 करोड़ रुपये का भुगतान अभी तक किसानों को नहीं हुआ है.
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किसानों के 20 करोड़ रुपए अटके
हाइलाइट्स
- बालाघाट में 20 करोड़ का धान भुगतान अटका।
- धान खरीदी में 1 लाख 9 हजार किसानों ने भाग लिया।
- अधिकारियों के अनुसार बैंक खातों में खामियों के कारण भुगतान रुका।
बालाघाट. बालाघाट एक धान उत्पादक जिला है. ऐसे में यहाँ धान खरीदी एक त्यौहार की तरह ही होती है. इस बार धान खरीदी के लिए जिले में 185 खरीदी केंद्र बनाए गए थे. इसका जिम्मा पहली बार मध्य प्रदेश स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन को मिली थी. वहीं, इस बार धान खरीदी दो दिसंबर से लेकर 23 जनवरी तक चली. इसमें 1 लाख 9 हजार किसानों ने लगभग 55 लाख क्विंटल धान बेची थी, लेकिन इसमें कई किसानों का अब तक भुगतान नहीं हो पाया है. देखिए लोकल 18 की खास रिपोर्ट…
20 करोड़ का भुगतान अटका
बालाघाट में अब तक 1260 करोड़ रुपए का भुगतान करता था. इसमें से अब तक 1240.51 करोड़ रुपए का पेमेंट हो चुका है. वहीं, इसमें अब भी 20 करोड़ रुपए का भुगतान करना बाकी है. इसमें अब तक 56 किसानों ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज की गई है. इसके बावजूद उनका पेमेंट नहीं हो पाया है.
इसलिए अटक रहा पेमेंट
किसानों के अटके हुए पेमेंट के कई कारण बताए जा रहे है. इसमें मध्य प्रदेश स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन लिमिटेड के अधिकारी के मुताबिक, कुछ किसानों ने नाबालिग का बैंक खाता नंबर दिया गया है. इसमें कुछ किसानों ने जनधन या पोस्ट ऑफिस के खाते क्रमांक दिए गए थे. इसमें पेमेंट ट्रांसफर लिमिट तय है. इसके अलावा कई खातों में आधार नंबर और केवाईसी से जुड़ी समस्याएं हैं. इसमें खामियों को दूर कर पेमेंट की सुविधा की जाएगी.
परिवहन में लगने वाले खर्च में कमी
इस साल परिवहन में होने वाले खर्च में सरकार के लगभग 8 करोड़ रुपए की बचत हुई है. इस वर्ष कैप या गोदाम में खरीदी कराए जाने से धान का ज्यादा परिवहन नहीं हुआ है. वहीं, समितियों से ही राईस मिलर्स को मिलिंग के लिए धान का उठाव होने से धान का परिवहन में लगने वाला खर्च बच गया है.
चरेगांव सोसाइटी में 310 क्विंटल की सार्टेज
185 खरीदी केन्द्रों में केवल, चरेगांव धान खरीदी केंद्र में ही 310 क्विंटल का सार्टेज है. हालांकि अधिकारी बताते हैं कि इसमें किसान का कोई नुकसान नहीं होने वाला है. सार्टेज की राशि, समिति से वसूल की जाएगी. बालाघाट जिला पूरे प्रदेश में धान खरीदी में सबसे आगे है, लेकिन भुगतान की समस्या से किसान परेशान है. किसानों को न केवल भुगतान के लिए इंतजार करना पड़ रहा है, बल्कि बैंकों में लाइन भी लगानी पड़ रही है.
Location :
Balaghat,Madhya Pradesh
First Published :
February 09, 2025, 11:08 IST
MP में धान खरीदी पर छिड़ा विवाद, किसानों का 20 करोड़ का अटका भुगतान