'बी रेडी हार्वेस्टर' मधुमक्खी के छत्ते से कमाल के प्रोडक्ट तैयार कर रही है.
श्रीनगर गढ़वाल. अक्सर लोग शहद निकालने के बाद मधुमक्खी के छत्ते को फेंक देते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि मधुमक्खी का छत्ता बहुत काम का होता है. इस छत्ते से कई प्रकार के प्रोडक्ट बनाए जा सकते हैं, जो हमारे दैनिक जीवन में काम आते हैं. उत्तराखंड की ‘बी रेडी हार्वेस्टर’ कंपनी मधुमक्खी के छत्ते से कमाल के प्रोडक्ट तैयार कर रही है, जिनमें लिप बाम से लेकर कैंडल तक शामिल हैं. इसके अलावा कंपनी फ्लोरल हनी पर भी काम कर रही है. शहद निकालने के बाद बचे हुए वैक्स से वह अच्छा मुनाफा कमा रही है.
बी रेडी हार्वेस्टर के फाउंडर शुभम राणा ने लोकल 18 से बातचीत में कहा कि शहद के साथ-साथ वह बी वैक्स पर भी काम कर रहे हैं. उत्तराखंड के लगभग 16 हजार गांवों में लोग मधुमक्खी पालन करते हैं लेकिन मधुमक्खी के छत्ते को फेंक देते हैं. उन्होंने इस छत्ते से प्रोडक्ट बनाने की तकनीक सीखी और उत्पाद बनाने की शुरुआत की.
मधुमक्खी के छत्ते से बनाते हैं ये प्रोडक्ट
उन्होंने कहा कि उन्होंने मधुमक्खी के छत्ते से मोमबत्ती, पैरों की क्रीम और लिप बाम जैसे उत्पाद बनाने शुरू किए. बी वैक्स में कई एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं. जब उनके उत्पादों की बाजार में मांग बढ़ने लगी, तो उन्होंने एक हेल्दी गिफ्ट हैम्पर तैयार किया. इस गिफ्ट बॉक्स में पहाड़ी शहद और बी वैक्स कैंडल्स हैं, जो एयर प्यूरीफायर का काम करती हैं और सामान्य कैंडल की तुलना में अधिक समय तक जलती हैं. इसके अलावा क्रोशिया से बनी बी भी इस गिफ्ट बॉक्स में होती है और एक हनी डिपर होता है, जिससे शहद आसानी से निकाला जा सकता है.
यहां से खरीद सकते हैं प्रोडक्ट
शुभम ने कहा कि वर्तमान में उनके गिफ्ट बॉक्स को कई कंपनियां अपने कर्मचारियों को गिफ्ट देने के लिए खरीद रही हैं. वह अपने प्रोडक्ट पूरे भारत में डिलीवर करते हैं और उत्तराखंड के मॉल ऑफ देहरादून में उनका ‘बी रेडी हार्वेस्टर’ नाम से एक आउटलेट भी है, जहां उनके सभी प्रोडक्ट उपलब्ध हैं. इसके अलावा ग्राहक उनकी वेबसाइट https://beeready.in/ पर जाकर भी शहद और अन्य उत्पाद खरीद सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED :
October 23, 2024, 24:49 IST