महाराष्ट्र में 11 दिन बाद राजनीतिक संकट का पटाक्षेप हो गया. देवेंद्र फडणवीस गुरुवार को सीएम पद की शपथ लेंगे. नाराज बताए जा रहे एकनाथ शिंदे और अजित पवार भी डिप्टी सीएम पद की शपथ लेंगे. आजाद मैदान सजकर तैयार है. हालंकि, मंत्री कौन-कौन होगा, किसे क्या पोर्टफोलियो मिलेगा, इस पर फैसला नहीं हो पाया है. लेकिन इस पूरे घटनाक्रम में 51 दिन पहले गृहमंत्री अमित शाह की कही गई बात सच साबित हुई. तब उन्होंने एकनाथ शिंदे को देवेंद्र फडणवीस के बलिदान की याद दिलाई थी. अब जब सीएम पद के लिए फडणवीस के नाम का ऐलान हुआ तो वह बात एक बार फिर चर्चा में आ गई.
न्यूज18मराठी की रिपोर्ट के अनुसार, 51 दिन पहले जब महायुति में सीट बंटवारे पर चर्चा चल रही थी, तब अमित शाह ने एकनाथ शिंदे को याद दिलाया था कि कैसे शिंदे के लिए फडणवीस ने सीएम की कुर्सी कुर्बान कर दी थी. एकनाथ शिंदे ने सीएम पोस्ट के बदले बीजेपी से बड़ी जिम्मेदारी मांगी थी. इसमें होम मिनिस्ट्री भी थी. लेकिन सूत्रों का कहना है कि बीजेपी इसके लिए तैयार नहीं है. उसने एकनाथ शिंदे को साफ-साफ इसके बारे में बता दिया है.
बीजेपी क्यों नहीं झुक रही
बीजेपी इसलिए भी मजबूत है, क्योंकि एक तो उसके पास खुद 130 से ज्यादा सीटें हैं और सरकार बनाने के लिए उसे सिर्फ 12 से 15 विधायकों की जरूरत है. अजित पवार शुरू से खुलकर बीजेपी के साथ हैं. शिंदे को यह बात पता है, इसलिए उनके पास जिद पर अड़ने की कोई वजह नहीं थी. इसीलिए जब फडणवीस उन्हें मनाने वर्षा बंगले पर पहुंचे, तो उन्होंने सिर्फ अपनी मांग बताई और बाद में फडणवीस के वादे पर भरोसा कर लिया.
अमित शाह ने क्या कहा था?
तब अमित शाह ने कहा था, शिंदे जी, इस देश में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और प्रांत प्रमुख ही तीन महत्वपूर्ण पद हैं. बाकी गृह मंत्री समेत सभी पद महज व्यवस्था हैं. यह काम पूरा करने की एक व्यवस्था है. हमने आपको मुख्यमंत्री का पद दिया. हमारे लोगों को आपके लिए बलिदान देना पड़ा. तो आपको चीजें समझनी होंगी.
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FIRST PUBLISHED :
December 4, 2024, 23:43 IST