धौलपुर: तीर्थराज मचकुंड की पहाड़ियों और तलहटी में स्थित कई मंदिरों में से एक प्रमुख खाज बरई माता मंदिर है, जो श्रद्धालुओं की आस्था और विश्वास का केंद्र बना हुआ है. मचकुंड की तलहटी में स्थित इस मंदिर का रमणीय स्थल सरकारी आईटीआई से आगे पहाड़ी के ऊपर स्थित है. हर शनिवार और मंगलवार को यहां दूर-दराज से श्रद्धालु माता की परिक्रमा करने आते हैं.
महंत की कथा और गुफा की खोज
मंदिर के महंत रामदास ने लोकल 18 को बताया कि काफी समय पहले एक बाबा विश्राम करने के लिए यहां आए थे. रात में उन्हें माता ने सपने में गर्भगुफा और भैरव बाबा मंदिर का दर्शन दिया. इसके बाद यहां खुदाई कराई गई और एक प्राचीन गुफा की खोज हुई. श्रद्धालुओं के सहयोग से अब यहां गर्भगुफा और भैरव बाबा मंदिर के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। मंदिर तक श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रास्ता भी बनवाया गया है.
माता का चमत्कार
माना जाता है कि इस मंदिर में आने वाले श्रद्धालु माता के चमत्कार का अनुभव करते हैं. खाज, खुजली, फोड़े-फुंसी जैसी बीमारियों से पीड़ित लोग यहां आते हैं और माता की भभूती लगाने से रोग मुक्त हो जाते हैं. इस अद्भुत चमत्कार के कारण मंदिर में साल भर भक्तों का तांता लगा रहता है. श्रद्धालुओं का कहना है कि यहां तक की विदेशों से भी लोग माता के दर्शन के लिए आते हैं.
भविष्य का आकर्षण केंद्र
मंदिर के पीछे की पहाड़ियां और गुफाएं हमेशा से सिद्ध पुरुषों की साधना स्थली रही हैं. कहा जाता है कि किसी भी संकट की स्थिति में माता अपने भक्तों को सावधान करती हैं. मां वैष्णो देवी की तर्ज पर, खाज बरई माता मंदिर की पहाड़ी पर स्थित गर्भगुफा और भैरव मंदिर जल्द ही एक प्रमुख आकर्षण केंद्र बनेंगे.
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FIRST PUBLISHED :
October 11, 2024, 20:34 IST