Agency:News18 Jharkhand
Last Updated:February 11, 2025, 22:26 IST
साइबर ठगी से बचने के लिए सतर्क रहना जरूरी है. एक्सपर्ट्स ने बताया कि अपनी व्यक्तिगत जानकारी, OTP, आधार, पैन या बैंक विवरण किसी के साथ साझा न करें. अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें और QR कोड स्कैन करने से पहले ज...और पढ़ें
साइबर सुरक्षा की जानकारी देते जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी
हाइलाइट्स
- साइबर ठगी से बचने के लिए सतर्क रहना जरूरी है.
- अपनी व्यक्तिगत जानकारी, OTP, आधार, पैन या बैंक विवरण किसी से साझा न करें.
- अनजान लिंक, QR कोड और संदिग्ध कॉल्स से सतर्क रहें, साइबर ठगी से बचें.
कोडरमा: आज के डिजिटल युग में बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी किसी न किसी रूप में सोशल मीडिया और ऑनलाइन सेवाओं से जुड़े हुए हैं. निजी से लेकर सरकारी काम तक अब डिजिटल माध्यमों पर निर्भर हो चुके हैं. ऐसे में साइबर अपराधों से सतर्क रहना बेहद आवश्यक हो गया है, क्योंकि छोटी-सी लापरवाही न केवल आपकी गोपनीय जानकारी को खतरे में डाल सकती है, बल्कि भारी आर्थिक नुकसान का कारण भी बन सकती है.
इसी को ध्यान में रखते हुए कोडरमा में लोगों को इंटरनेट के सुरक्षित उपयोग और साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक किया गया, जिससे वे ऑनलाइन धोखाधड़ी से बच सकें और डिजिटल माध्यमों का सुरक्षित तरीके से उपयोग कर सकें.
ऐसे साइबर ठगों से रहें सतर्क
जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी सुभाष यादव ने बताया कि हाल के महीनों में “डिजिटल अरेस्ट” से जुड़े कई मामले सामने आए हैं. इससे लोगों को अत्यधिक सतर्क रहने की जरूरत है. उन्होंने स्पष्ट किया कि कोई भी एजेंसी या पुलिस डिजिटल माध्यम से किसी की गिरफ्तारी नहीं करती. यदि कोई व्यक्ति डिजिटल अरेस्ट का झांसा देकर पैसे की मांग करता है, तो बिना देरी किए तुरंत नजदीकी थाने में इसकी शिकायत करें.
इसके अलावा, साइबर अपराधी अक्सर आवाज की क्लोनिंग कर आकस्मिक घटनाओं का हवाला देते हुए पैसे की मांग करते हैं. ऐसे में घबराने के बजाय संबंधित व्यक्ति के निजी मोबाइल नंबर पर कॉल कर सत्यापन करें. सतर्कता ही आपकी सुरक्षा की कुंजी है, इसलिए किसी भी संदिग्ध कॉल या संदेश पर तुरंत कार्रवाई करें और जागरूक रहें.
इन नियमों का करें पालन
जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी ने बताया कि साइबर खतरों से बचने के लिए कभी भी कॉल या मैसेज पर अपनी संवेदनशील जानकारी जैसे OTP, आधार, पैन या बैंक विवरण साझा न करें. अज्ञात नंबरों से आने वाले लिंक पर क्लिक न करें, जो KYC अपडेट के बहाने आपकी निजी जानकारी चुराने की कोशिश करते हैं. किसी भी अज्ञात कॉल पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी या पैसों से संबंधित मांग को पूरा न करें. QR कोड स्कैन या OTP/PIN साझा करने से बचें, यह ठगी का तरीका हो सकता है.
TRAI या टेलीकॉम विभाग के नाम पर आने वाली कॉल्स पर कोई कार्रवाई न करें. ऑनलाइन निवेश ऑफर में अधिक लाभ के लालच से बचें. अपने मोबाइल पर ऐप्स की नियमित जांच करें, अनावश्यक अनुमतियाँ हटाएं और अनुपयोगी ऐप्स डिलीट करें. कोई भी सरकारी एजेंसी (पुलिस, CBI, ED) वीडियो या वॉयस कॉल के माध्यम से जांच या गिरफ्तारी नहीं करती. साइबर अपराध की शिकायत तुरंत 1930 पर करें या www.cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट दर्ज करें.
सोशल मीडिया पर अनावश्यक निजी फोटो ना करें अपलोड
उन्होंने कहा कि आज के युवा अपना अधिकांश समय मोबाइल पर बिता रहे हैं और सोशल मीडिया पर लगातार सक्रिय रहते हैं. ऐसे में सोशल मीडिया अकाउंट की सुरक्षा बेहद जरूरी है. युवा अपनी जिम्मेदारी समझते हुए अपने डेटा को सुरक्षित रखें और घर के सदस्यों से जुड़ी कोई भी व्यक्तिगत जानकारी सोशल मीडिया पर साझा करने से बचें.
आजकल एआई (AI) तकनीक का दुरुपयोग कर लोगों की तस्वीरों और आवाज़ का क्लोन बनाकर ठगी की घटनाएं बढ़ रही हैं. साइबर अपराधी किसी की फोटो या वीडियो को मॉर्फ करके गलत उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं. इसलिए अनावश्यक रूप से अपनी तस्वीरें या वीडियो सोशल मीडिया पर साझा करने से बचें.
इंटरनेट का उपयोग केवल मनोरंजन के बजाय ज्ञानवर्धन और व्यवसाय के विस्तार के लिए करें. डिजिटल प्लेटफॉर्म का सही इस्तेमाल करके युवा अपने करियर को बेहतर बना सकते हैं और अपने व्यवसाय को आगे बढ़ा सकते हैं.
Location :
Kodarma,Jharkhand
First Published :
February 11, 2025, 22:26 IST