मुंबई:
फिल्म स्टार सैफ अली खान पर चाकू से हमले के बाद जान बचाने वाले ऑटो ड्राइवर भजन सिंह के साथ मुलाकात की. उन्होंने भजन सिंह का शुक्रिया अदा किया साथ ही साथ मुस्कुराते हुए उनके साथ तस्वीर भी खींचवाई. सोशल मीडिया पर यह तस्वीर काफी वायरल हो रही है. बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान 15 जनवरी को हमला हुआ था. जिसके बाद से एक्टर हॉस्पिटल में एडमिट थे. वहीं बीते दिन यानी मंगलवार (21 जनवरी) को उन्हें मुंबई के लीलावती अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है. डिस्चचार्ज होने के बाद सैफ अली खान ने ऑटो ड्राइवर से मुलाकात की.
कौन हैं भजन सिंह राणा?
ये वही भजन सिंह राणा हैं, जिन्होंने खून से लथपथ सैफ अली खान को सही समय पर लीलावती अस्पताल तक पहुंचाया था. अगर उस समय देरी हुई होती तो सैफ अली खान की जान मुश्किल में पड़ सकती थी. भजन सिंह राणा उत्तराखंड के खटीमा के मोहनपुर गांव के रहने वाले हैं. इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. साथ ही साथ उनकी चर्चा पूरे गांव में हो रही है.
भजन सिंह के घर में मां के अलावा पत्नी, भाई, एक बेटा और एक बेटी मौजूद हैं. पत्नी रागिनी ने बताया कि शादी के 2 साल बाद काम की तलाश में वे मुंबई चले गए थे. टीवी पर जब पता चला कि भजन ने सैफ अली खान की जान बचाई है तो पूरे गांव में खुशी की लहर छा गई. गांव वालों ने बताया कि भजन सिंह पिछले 20 साल मुंबई में रह रहा है.
जानें पूरा मामला
भजन सिंह राणा ने आईएएनएस से कहा, रात के वक्त सवारी के लिए हम लोग सड़कों पर घूमते रहते हैं. मैं लिंकन रोड से होते जा रहा था, इसी दौरान जैसे ही सतगुरु शरण बिल्डिंग के समीप पहुंचा तो बिल्डिंग से एक महिला दौड़ते हुए आई और जोर-जोर से रिक्शा-रिक्शा आवाज लगाने लगी. महिला ने मेरी ऑटो रिक्शा देखी और कहा कि जल्दी से रिक्शा लगाओ, एक व्यक्ति जख्मी है उसे अस्पताल ले जाना है.
बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान ने यहां पिछले सप्ताह हुए हमले के बाद उन्हें अस्पताल ले जाने वाले ऑटो-रिक्शा चालक भजन सिंह राणा से मुलाकात की और समय पर की गई मदद के लिए उनका आभार व्यक्त किया. चालक ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया कि सैफ ने उन्हें कुछ पैसे भी दिए और जरूरत पड़ने पर हरसंभव मदद का आश्वासन दिया.
यह पूछे जाने पर कि सैफ ने उन्हें कितनी धनराशि दी, राणा ने सटीक राशि बताने से इनकार कर दिया और कहा कि अभिनेता ने उनसे यह जानकारी साझा न करने का अनुरोध किया था. हालांकि, चालक ने बताया कि एक सामाजिक कार्यकर्ता फैजान अंसारी ने उन्हें अलग से 11,000 रुपये दिए थे.
- राणा ने कहा कि मंगलवार को सैफ को अस्पताल से छुट्टी मिलने से ठीक पहले जब वह लीलावती अस्पताल पहुंचे तो उन्होंने अभिनेता और उनके परिवार के सदस्यों से मुलाकात की और उनकी मां शर्मिला टैगोर के पैर छुए.
- उन्होंने कहा कि सभी ने उन्हें बहुत सम्मान दिया और उनके साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं. उन्होंने यह भी कहा कि अभिनेता ने उनके संपर्क में रहने का वादा किया है.
- सोलह जनवरी की रात यहां बांद्रा क्षेत्र में एक अर्पाटमेंट की 12वीं मंजिल पर स्थित 54 वर्षीय अभिनेता के घर में उन पर एक व्यक्ति ने चाकू से हमला किया था. हमलावर ने उन पर कई बार चाकू से वार किया. इसके बाद खान को अस्पताल ले जाया गया था, जहां उनकी आपातकालीन सर्जरी की गई थी. खान को मंगलवार शाम यहां स्थित लीलावती अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी.
ऑटोरिक्शा चालक ने कहा, ‘‘मैं कल अस्पताल में उनसे (सैफ से) मिला. उन्होंने अस्पताल पहुंचाने में मदद करने के लिए मुझे धन्यवाद देने के वास्ते बुलाया था. उन्होंने मेरी सराहना की. मुझे उनसे और उनके परिवार से आशीर्वाद मिला.''
राणा ने कहा, ‘‘उन्होंने (खान) मुझे अपनी मां (शर्मिला टैगोर) से मिलवाया और मैंने उनके पैर छुए. उन्होंने मुझे जो भी सही लगा, रुपये दिए और कहा कि जब भी मुझे मदद की जरूरत होगी, वह उपलब्ध रहेंगे.''
पुलिस ने अभिनेता पर हमले के आरोप में रविवार को ठाणे से बांग्लादेशी नागरिक मोहम्मद शरीफुल इस्लाम शहजाद को गिरफ्तार किया था. शहजाद अवैध रूप से भारत में घुसा था और उसने अपना नाम बदलकर विजयदास कर लिया था. पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच से पता चला है कि आरोपी चोरी करने के इरादे से अभिनेता के घर में घुसा था.
इस बीच पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि मुंबई के कलीना स्थित फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) के अंतर्गत कई विभाग अभिनेता सैफ अली खान पर हमले के मामले की जांच कर रही पुलिस द्वारा जब्त किये गये महत्वपूर्ण साक्ष्यों की जांच-पड़ताल करेंगे.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि एफएसएल विभाग जैसे टेप प्रमाणीकरण और स्पीकर पहचान (टीएएसआई), जीवविज्ञान, डीएनए, 'फुटप्रिंट्स', भौतिकी, साइबर और अन्य विभाग साक्ष्यों का विश्लेषण करेंगे.
अभिनेता सैफ अली खान पर हमले के बाद उन्हें अस्पताल ले जाने वाले ऑटो चालक भजन सिंह राणा ने कल अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद अभिनेता से मुलाकात की, ऑटो चालक भजन सिंह राणा कहते हैं, "...उन्होंने दोपहर 3:30 बजे का समय दिया, मैंने कहा ठीक है, और मैं पहुच जाऊंगा. मैं थोड़ा लेट हो गया, लगभग 4-5 मिनट, और फिर हम मिले. जब हम अंदर घूम रहे थे, तो उनका परिवार भी वहां था. वे सभी चिंतित थे, लेकिन सब कुछ ठीक रहा. उनकी मां और बच्चे वहां थे, और मेरे साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार किया गया.. मुझे आज आमंत्रित किया गया, जो वास्तव में अच्छा लगां कुछ खास नहीं था, यह एक सामान्य मुलाकात थी. मैंने उनसे कहा, 'बस जल्दी ठीक हो जाओ, मैंने पहले भी आपके लिए प्रार्थना की थी, और मैं प्रार्थना करता रहूंगा...'