नई दिल्ली: शेख हसीना के देश छोड़ते ही बांग्लादेश दोस्त से दुश्मन बनता जा रहा है. मोहम्मद युनूस के बांग्लादेश में हिंदू टारगेट पर हैं. बांग्लादेश में हिंदुओं पर चुन-चुनकर हमले किए जा रहे हैं. कभी मंदिर तोड़े जा रहे, कभी दुर्गा पूजा मनाने से रोका जा रहा तो अब हिदुओं को हिंसा की आग में झुलसाया जा रहा है. मगर अब भारत सरकार बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों को बर्दाश्त नहीं करेगी. बांग्लादेश में हिदुओं पर हो रहे हमले के बीच पीएम मोदी और विदेश मंत्री एस जयशकंर ने अहम बैठक की है. इस बैठक में बाग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर बातचीत हुई और रणनीति बनी है.
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार दोपहर को पीएम मोदी से मुलाकात की. दोनों के बीच कुछ देर तक इस मसले पर बातचीत होती रही. इस दौरान संसद सत्र को लेकर भी दोनों के बीच बातचीत हुई है. विपक्ष बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमले पर सरकार से जवाब के लिए हंगामा कर रहा है. सरकारी सूत्रों का कहना है कि पीएम मोदी और एस जशंकर के बीच यह बात हुई कि अगर सदन चलता है तो सरकार बांग्लादेश मामले पर सदन में बयान देने को तैयार है. दरअसल, पड़ोसी देश बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है. सूत्रों ने बताया कि अगर संसद के दोनों सदनों में कामकाज सुचारू रूप से चलता रहा तो जयशंकर जल्द ही इस मामले पर बयान देंगे.
25 नवंबर को ढाका एयरपोर्ट पर हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास प्रभु की गिरफ्तारी के बाद से ही बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. गुरुवार को चटगांव की एक अदालत के बाहर गिरफ्तार किए गए हिंदू साधु चिन्मय कृष्ण दास प्रभु की रिहाई की मांग को लेकर हजारों की संख्या में लोग जमा हुए थे. इस दौरान एक वकील सैफुल इस्लाम आलिफ की हत्या कर दी गई. बाद में चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को जमानत देने से इनकार कर दिया गया और राजद्रोह के आरोप में जेल भेज दिया गया.
चिन्मय कृष्ण दास प्रभु इस्कॉन के सदस्य थे और हाल ही में उन्हें निकाल दिया गया था. मंगलवार को उन्हें जमानत नहीं मिली. इसके बाद से ही हिंदू समुदाय के लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. उनका कहना है कि यूनुस सरकार में उनके ऊपर अत्याचार हो रहे हैं. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने चिटगांव में वकील की हत्या की निंदा की है. उन्होंने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. उधर, बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों की निंदा करते हुए कई हिंदू अमेरिकी समूहों ने मांग की है कि बांग्लादेश के लिए अमेरिकी सहायता इस शर्त पर दी जानी चाहिए कि वहां की सरकार इन आबादी की रक्षा के लिए ठोठे कदम उठाए.
बांग्लादेश के अल्पसंख्यक हिंदू देश की 17 करोड़ की आबादी का केवल आठ प्रतिशत हैं. अल्पसंख्यक हिंदू आबादी को पांच अगस्त को शेख हसीना की अवामी लीग सरकार के पतन के बाद से देश के 50 से अधिक जिलों में 200 से अधिक हमलों का सामना करना पड़ा है. इस हफ्ते हालात तब और खराब हो गए जब हिंदू आध्यात्मिक नेता चिन्मय कृष्ण दास को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया. बाद में उन्हें एक अदालत ने जमानत देने से इनकार कर दिया, जिसके बाद राजधानी ढाका और बंदरगाह शहर चटगांव सहित कई जगहों पर समुदाय के सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया.
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FIRST PUBLISHED :
November 28, 2024, 13:24 IST