तीनो मृतक का फाइल फोटो
सीतामढ़ी:- बिहार के सीतामढ़ी जिले में किसी पुलिसकर्मी के सुसाइड का यह पहला मामला नहीं है. जिले में बीते चार साल के आंकड़ों को देखें, तो अबतक तीन पुलिसकर्मी सुसाइड कर चुके हैं. हालांकि, बीते दिन हुई घटना का अभी तक खुलासा नहीं किया जा सका है. अभी खबरों के अनुसार इसे सुसाइड ही बताया जा रहा है. बता दें कि इंस्पेक्टर कुंदन कुमार की मौत पुलिस के लिए अबूझ पहेली बनी हुई है. फिलहाल, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. वहीं, जांच टीम के रिपोर्ट का भी इंतजार किया जा रहा है. चुंकि, अब सिर्फ पुलिस के पास कुंदन का मोबाइल ही है, जिसके सहारे यह पता लगाया जा सकता है कि आखिरकार मामला क्या है, जिसके कारण इस बहादुर पुलिस अधिकारी को सुसाइड करनी पड़ी.
सहरसा से आया था पहला केस
साल 2020 के 19 जनवरी को एक मामला सामने आया था, जिसमें एक सिपाही ने अपनी पत्नी को एके-47 से गोली मारकर हत्या की, फिर उसी 47 से खुद को भी गोली मारकर खुद की जान ले ली. यह घटना आरक्षी केंद्र के सटे सीमरा मध्य विद्यालय के पीछे हुई थी, जहां वह पति-पत्नी किराये के मकान में रह रहा था. मृतक कांस्टेबल चंद्रभूषण सहरसा जिले का रहने वाला था और छह महीने पहले ही उसकी मधु नाम की महिला से शादी हुई थी. उसके बाद से वे दोनों यहां किराए के मकान में रह रहे थे, इसी दौरान घटना हुई थी. घटना का कारण चंद्रभूषण का एक अन्य महिला कांस्टेबल के साथ प्रेम संबंध था, जिसका उसकी पत्नी मधु विरोध करती थी.
सीतामढ़ी में ही हुआ था केस नंबर 2
वहीं साल 2023 के 29 मई को सीतामढ़ी पुलिस लाइन में देर शाम एक सिपाही ने अपने साथी की पिस्टल से ही गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. उक्त सिपाही कार्तिक कुमार खगड़िया जिला का रहने वाला था. वह 2021 बैच में चयनित हुआ था. बताया गया था कि गोली सिर में सटाकर मारी गयी, जो आर-पार हो गयी थी. उसके बाद एफएसएल की टीम को बुलाया गया. आत्महत्या के हर बिंदू पर जांच की जा रही थी और उनके कमरे में रहने वाले साथियों से भी पूछताछ कर आत्महत्या की वजह का पता लगाया गया. हालांकि, उनके भी मौत का कारण अबतक पता नहीं चल सका है. जबकि, इस घटना को करीब डेढ़ साल पूरा हो चुका है.
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कुंदन कुमार का ये तीसरा केस
इतने में अब एक तीसरा मामला सामने आने के बाद जिला पुलिस में खलबली मची हुई है कि आखिरकार इंस्पेक्टर कुंदन कुमार की मौत कैसे हुई. परिवार के लोगों का कहना है कि उससे कोई परिवारिक विवाद नहीं था. बड़े भाई ने कहा कि वह बहादुर था, लेकिन ऐसा कैसे हुआ, इसकी जांच होनी चाहिए. वहीं पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह ने भी उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. बता दें कि मृतक इंस्पेक्टर कुंदन कुमार पटना जिले के विक्रम थाना अंतर्गत चिचौढा गांव के रहने वाले थे. वह साल 2009 बैच के दरोगा थे.
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FIRST PUBLISHED :
October 18, 2024, 13:57 IST