Darbhanga
अभिनव कुमार/ दरभंगा: जिले के तारडीह प्रखंड के भूबौल गांव में कोसी नदी की धारा ने हाल ही में भीषण तबाही मचाई है. इस प्राकृतिक आपदा के बाद से गांव की जिंदगी सामान्य नहीं हो पाई है. गांव में करीब 40 से 50 परिवार अभी भी कठिन हालातों का सामना कर रहे हैं, जिनके पास खाने-पीने की बुनियादी चीजें भी उपलब्ध नहीं हैं.
सरकारी मदद का अभाव
स्थानीय निवासियों का कहना है कि अब तक यहां सरकारी मदद नहीं पहुंची है. उनके घरों में रखा अनाज बर्बाद हो चुका है और कुछ लोग जो राहत सामग्री लेकर आते हैं, उन्हें बांध पर ही रोक लिया जाता है. वे वहीं सामग्री बांट देते हैं, लेकिन गांव में रहने वाले लोगों तक पर्याप्त मदद नहीं पहुंच पाती है.
नाव और राशन की व्यवस्था नदारद
सरकार द्वारा गांव में न तो नाव की व्यवस्था की गई है और न ही राशन पहुंचाया गया है. पानी कम हो रहा है, लेकिन यातायात पूरी तरह से बहाल होने में अभी महीनों लग सकते हैं. कोसी नदी के तटबंध के टूटने के बाद नदी की धारा का रुख किस दिशा में जाएगा, इसका भी किसी को अंदाजा नहीं है. इससे गांव में और भी अनिश्चितता और भय का माहौल बना हुआ है.
गांव का संपर्क अभी भी टूटा
भूबौल गांव का संपर्क अब भी बाकी क्षेत्रों से पूरी तरह कटा हुआ है. कोसी नदी की धारा ने गांव में भयानक तबाही मचाई है, जिससे लोग अब गांव में रहने से डरने लगे हैं. एक समय यह गांव खुशहाल हुआ करता था, लेकिन अब हर तरफ मातम का माहौल है.
लोगों की जिंदगी की जंग
जिन लोगों के घर बह गए या डूब गए, वे दिन में बांध से गांव आकर अपने बचे हुए सामान ढूंढने की कोशिश करते हैं. अक्सर उन्हें कुछ नहीं मिलता और वे खाली हाथ निराश लौट जाते हैं. गांव में जिंदगी अब बस किसी तरह कट रही है और लोग अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं.
सरकार से अपेक्षा
भूबौल गांव के 40 से 50 परिवार अब भी खाने-पीने की गंभीर समस्या का सामना कर रहे हैं. गांव की इस दर्दनाक स्थिति में सरकार से तुरंत हस्तक्षेप की उम्मीद है ताकि लोगों को राहत और सहायता मिल सके.
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FIRST PUBLISHED :
October 8, 2024, 23:58 IST