Agency:News18 Uttarakhand
Last Updated:January 31, 2025, 11:12 IST
नैनीताल स्थित गोविंद बल्लभ पंत उच्च स्थलीय प्राणी उधान के बायोलॉजिस्ट अनुज कांडपाल ने लोकल 18 से खास बातचीत के दौरान बताया कि सफेद मोर के इस जोड़े को लखनऊ चिड़ियाघर से लाया गया है.
नैनीताल चिड़ियाघर में देखें सफेद मोर
नैनीताल: उत्तराखंड की सरोवर नगरी नैनीताल अपनी सुंदरता के लिए जानी जाती है. यहां कई घूमने फिरने की जगहें मौजूद है. लेकिन यहां स्थित जीबी पंत हाई एल्टीट्यूड चिड़ियाघर पर्यटकों को आकर्षित करता है. यहां देश के कोने-कोने के कई वन्यजीवों को रखा गया है. इनमें से कई ऐसे वन्यजीव भी यहां मौजूद हैं जो बेहद दुर्लभ हैं. ऐसा ही एक वन्यजीव है सफेद मोर. जो पिछले 15 सालों से नैनीताल जू में है. सफेद मोर का एक जोड़ा यहां रखा गया है. जो यहां आने वाले पर्यटकों को आकर्षित करता है.
नैनीताल स्थित गोविंद बल्लभ पंत उच्च स्थलीय प्राणी उधान के बायोलॉजिस्ट अनुज कांडपाल ने लोकल 18 से खास बातचीत के दौरान बताया कि सफेद मोर के इस जोड़े को लखनऊ चिड़ियाघर से लाया गया है. यह इंसानों में होने वाली बीमारी की तरह ही है. इसका कारण मिलेलियम पिगमेंट है. जो मोर को पूरी तरीके से सफेद मोर बनाती है. जिस तरह इंसानों में भी सफेद त्वचा वाली बीमारी (विटिलिगो) होती है. ठीक उसी तरह मोर में भी इस तरह की बीमारी होती है. नैनीताल चिड़ियाघर में दो सफेद मोर रखे गए हैं. जो चिड़ियाघर घूमने आने वाले पर्यटकों को भी बेहद आकर्षित करते हैं.
हजारों में एक होता है
अनुज बताते हैं कि सफेद मोर बेहद दुर्लभ है. मोर की त्वचा का रंग सफेद होने का कारण एक तरह की बीमारी है जो बेहद कम जीवों में पाई जाती है. यही वजह है की हमारी प्रकृति में भी सफेद मोर की संख्या बेहद कम है. अनुज बताते हैं कि प्रति हजार मोर में केवल एक मोर सफेद पाया जाता है. यदि बात करें चिड़ियाघरों की तो भारत में कुछ चुनिंदा चिड़ियाघर ही हैं जहां सफेद मोर पाया जाता है. जिनमें से एक नैनीताल जू भी है. सफेद मोर को देखकर लोग काफी ज्यादा आकर्षित होते हैं.
Location :
Nainital,Uttarakhand
First Published :
January 31, 2025, 11:12 IST