क्या उल्लू पोज देते हैं? 9 साल की रिसर्च से शुभांगीनी ने खोल दी इस राज की परते

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वडोदरा: कलानगरी वडोदरा में वडोदरा पीपल्स हेरिटेज फेस्टिवल मनाया जा रहा है. इस उत्सव के तहत कला प्रेमियों ने घर में ही एक अनोखी प्रदर्शनी का आयोजन किया है. वडोदरा की महिला वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर शुभांगीनी मनोहर ने उल्लुओं पर फोटो प्रदर्शनी लगाई है. मंजलपुर स्थित मोनालिसा रेजिडेंसी में रहने वाली 51 वर्षीय शुभांगीनी मनोहर ने उल्लुओं की 14 से अधिक तस्वीरों का प्रदर्शन किया है. भारत में पाई जाने वाली 32 उल्लू प्रजातियों में से उन्होंने 14 प्रजातियों की फोटो क्लिक की हैं.

9 साल का अनुभव और बर्ड पोर्ट्रेट्स
शुभांगीनी मनोहर पिछले 9 साल से पक्षियों की फोटोग्राफी कर रही हैं. वे पक्षियों के जीवन और उनके आवास पर गहन शोध करके बर्ड पोर्ट्रेट भी बनाती हैं. इस प्रदर्शनी में शॉर्ट ईयरड आउल, इंडियन ईगल आउल, स्पॉट बेलिड ईगल आउल, जंगल आउल, एशियन बार्ड आउलेट, कॉलर्ड आउल, ब्राउन फिश आउल, टॉनी फिश आउल, बफी फिश आउल, स्पॉटेड आउल, ब्राउन हॉक आउल, स्पॉटेड वुड आउल और कॉमन बार्न आउल जैसी प्रजातियां शामिल हैं.

फोटोग्राफी में चुनौती और उल्लू का अनोखा अंदाज
शुभांगीनी मनोहर ने बताया कि उल्लुओं की फोटोग्राफी करना एक चुनौती है. खासतौर पर अगर आपको उल्लू की फोटो क्लिक करनी है, तो सुबह के शुरुआती अंधेरे और रात के ‘गोल्डन ऑवर्स’ में बेहतरीन फोटो लेने का मौका मिलता है. उन्होंने कहा कि उल्लू को फोटोजेनिक पक्षी कहा जा सकता है, क्योंकि कई बार जब उनकी फोटो क्लिक की जाती है, तो ऐसा लगता है जैसे वे पोज देकर कैमरे की तरफ देख रहे हों.

जंगलों में चुनौतियों का सामना
लोकल 18 से बात करते हुए शुभांगीनी ने बताया, “मुझे फोटोग्राफी का बहुत शौक है. मैं देश के अलग-अलग जंगलों में जाकर जानवरों और पक्षियों की फोटो क्लिक करती हूं. चुनौतियों का सामना करना मुझे पसंद है, यही मेरा शौक है और इसी वजह से मैं अब भी फोटोग्राफी कर रही हूं.”

उल्लुओं का 5 साल का संग्रह
इस प्रदर्शनी में महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, केरल, गुजरात और उत्तराखंड जैसे राज्यों के जंगलों में ली गई उल्लुओं की 14 प्रजातियों की तस्वीरें शामिल हैं. यह संग्रह पिछले 5 वर्षों में तैयार किया गया है. शुभांगीनी ने बताया कि एक फोटो क्लिक करने के लिए कई बार घंटों तक गर्मी या ठंड में बैठना पड़ता है. तस्वीर खींचने से पहले उस प्रजाति, उनके आवास और अन्य जानकारियों पर रिसर्च करना जरूरी है. तभी परफेक्ट क्लिक मिल पाती है.

Tags: Local18, Special Project

FIRST PUBLISHED :

November 24, 2024, 23:33 IST

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