Last Updated:January 31, 2025, 11:30 IST
वैज्ञानिकों का मानना है कि जीवन की उत्पत्ति के लिए आवश्यक तत्व, जैसे कि कार्बनिक अणु, क्षुद्रग्रहों के माध्यम से पृथ्वी पर लाए गए होंगे. हाल ही में बेन्नू क्षुद्रग्रह के नमूनों के अध्ययन के नतीजों से मिले हैं,...और पढ़ें
क्षुद्रग्रह वैज्ञानिकों को हमेशा से ही कौतूहल के साथ अध्ययन के विषय रहे हैं. चाहे पृथ्वी पर पानी का आने का इतिहास हो, या फिर पृथ्वी पर एक महाविनाश की घटना के कारण की तलाश है. जवाब क्षुद्रग्रहों में भी छिपे हैं. इसके अलावा सबसे बड़ी बात ये है कि क्षुद्रग्रह वे पिंड हैं जो सौरमंडल के बनने के समय से बिलकुल नहीं बदले हैं. ऐसे में इनकी स्टडी ना केवल पृथ्वी बल्कि सौरमंडल के कई रहस्यों का खुलासा कर सकती हैं. ऐसे में जब नासा ने ओसायरिस अभियान (OSIRIS-REx) के जरिए बेन्नू क्षुद्रग्रह के नमूने हासिल किये तो उसके अध्ययन के नतीजों का बेसब्री से इंतजार था. हैरानी की बात नहीं कि उससे वाकई बहुत ही कीमती जानाकारियां मिली हैं.
क्या मिला बेन्नू पर
बेन्नू क्षुद्रग्रह से मिले नमूने के अध्ययन में वैज्ञानिकों को 14 से 20 अमीनोएसिड मिले हैं जो पृथ्वी पर ही जीवन के लिए बहुत ही जरूरी माने जाते हैं. नासा ने ओसायरिस रेक्स अभियान की शुरुआत 2016 में थी जिसका मकसद बेन्नू क्षुद्रग्रह पर जा कर वहां से नमूने निकाल कर पृथ्वी पर लाना था. ये नमूने साल 2023 में पृथ्वी पर पहुंचे थे.
चौंकाने वाली खोज क्या?
नमूने हासिल करने के बाद से ही नासा के वैज्ञानिक उनका सावधानी और गहराई से अध्ययन कर रहे हैं. इनमें बेन्नू क्षुद्रग्रह पर पहले किए अध्ययन में पता चले पदार्थ तो मिले ही, साथ वैज्ञानिकों को वे पानी और कार्बन समृद्ध पदार्थ भी मिले. लेकिन सबसे अहम खोज वो 14 अमीनो एसिड नहीं थी, बल्कि अमोनिया के साथ वो पांच न्यूक्लियोबेसिस भी थे जो डीएनए और आरएनए का अहम हिस्सा होते हैं.
नासा ने ओसायरिस मिशन के जरिए इन नमूनों को धरती पर लाने का काम किया था. ( तस्वीर: @OSIRISREx)
कुछ साफ नतीजे
साफ है कि जीवन केवल पृथ्वी पर ही नहीं पनपा था. बल्कि यह भी संभावना प्रबल हो जाती है कि जीवन के लिए जरूरी तत्व स्पेस से क्षुद्रग्रहों के जरिए पृथ्वी तक पहुंचे हों और उसके बाद यहां के अनुकूल हालात में जीवन फला फूला हो. इसके अलावा वैज्ञानिकों के पास इस बात के फ्रमाण के जीवन केवल पृथ्वी पर है इसकी संभावना और कम हो गई है, क्योंकि जीवन को बनाने वाले तत्व स्पेस में बहुत सी जगहों पर हैं.
संभावनाओं को विस्तार देने का काम
इस बारे में नासा का साइंस मिसन के डायरेक्टोरेट में एसोसिएट प्रोफेसर निकी फॉक्स का कहना है, “पड़ताल के नतीजे जीवन के ही प्रमाण तो नहीं दिखा रहे हैं, लेकिन यह सुझाव जरूर दे रहे हैं कि जीवन के पैदा होने के हालात शुरुआती सौरमंडल में कहीं भी फैले हो सकते हैं.” फिर भी इतना तो साफ है कि नतीजों ने जीवन की संभावनाओं को पृथ्वी बाहर होने के बहुत बढ़ा दिया है.
बेन्नू क्षुद्रग्रह के नमूने नासा को 2023 में ही मिल गए थे. ( तस्वीर: @OSIRISREx)
पर सबसे अहम सवाल
नमूनों में नमक वे खनिज भी मिले हैं. ऐसे में शोधकर्ताओं को इस पर भी गंभीरता से विचार करना पड़ रहा है कि कहीं खुद बेन्नु से ही तो जीवन पैदा नहीं हो गया था? यह सवाल तब जरूरी हो गया है जब जीवन फलने फूलने केलिए सभी जरूरी तत्व वहां शुरू से ही मौजूद हैं. इसमें कोई शक नहीं कि अभी इस बारे में अंतिम फैसला नहीं किया जा सकता है. लेकिन जिस तरह से संकेत मिले हैं, इस सवाल को खारिज भी नहीं किया जा सकता है.
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खगोलीय खनिजविशेषज्ञ रासा रसेल का कहना है कि बेन्नू पर पानी, जैविक पदार्थ और अन्य जरूरी तत्वों का मिलना बताता है कि हो सकता है कि बेन्नू और दूसरे क्षुद्रग्रोहं से ही वे पृथ्वी और अन्य ग्रहों पर आए हों. बेन्नू पर अमोनिया का मिलना इसकी पुष्टि भी करता है. और नमूनों में उनकी मात्रा तो पृथ्वी पर मिलने वाले इन तत्वों क मात्रा से कहीं ज्यादा है. साफ है नतीजों ने वैज्ञानिकों को अपनी पड़ताल का दायरा बढ़ाने के नए आयाम दिए हैं.
Location :
Noida,Gautam Buddha Nagar,Uttar Pradesh
First Published :
January 31, 2025, 11:30 IST