Last Updated:January 24, 2025, 00:36 IST
Daily habits causing anxiety: चिंता (Anxiety) एक ऐसी फीलिंग है जो बिना बुलाए आपके जीवन में घुस आता है और आपकी मानसिक शांति को भंग कर देता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपकी ही कुछ आदतें, चिंता को बढ़ाने का काम...और पढ़ें
Common manner mistakes that origin anxiety: एंग्जायटी सिर्फ मेंटल स्ट्रेस नहीं, यह फिजिकल और मेंटल हेल्थ, दोनों पर बुरा असर डालती है. लंबे समय तक एंग्जायटी रहने से डिप्रेशन, हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट डिजीज जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं. यह न केवल हमारे जीवन की गुणवत्ता को कम करती है, बल्कि रिश्तों और कामकाज को भी प्रभावित करती है. इसलिए एंग्जायटी को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है. अक्सर लोग शिकायत करते हैं कि चिंता की वजह से वे हर वक्त लो एनर्जी महसूस करते हैं. लेकिन क्या आप इस समस्या को खुद से दूर रख सकते हैं? यहां हम बता रहे हैं कि आप किस तरह अपनी आदतों में बदलाव लाकर एंग्जायटी से बच सकते हैं.
चिंता दूर करने के लिए बदलें ये आदतें-
हर बात पर ‘हां’ कहना-
हर किसी की मदद करने या सभी जिम्मेदारियों को निभाने से भले ही लोग आपकी बड़ाई करें, लेकिन यह आपकी मानसिक शांति छीन सकता है. हर बार ‘हां’ कहने से मानसिक थकान और तनाव बढ़ता है. बेहतर होगा कि आप ‘ना’ कहना सीखें. यह आपको अपनी प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित करने और जिम्मेदारियों का बोझ कम करने में मदद करेगा.
सोशल मीडिया पर ज्यादा समय बिताना-
अगर आप इंस्टाग्राम, फेसबुक या X पर घंटों स्क्रॉल करते हैं और दूसरों की जिंदगी से खुद की तुलना करते हैं तो यह असुरक्षा और चिंता बढ़ सकती है. बेहतर होगा कि आप सोशल मीडिया पर समय सीमा तय करें और सकारात्मक चीजें ही देखें.
सुबह उठते ही फोन चेक करना-
सुबह-सुबह अगर आप आंख खोलते ही फोन पर नोटिफिकेशन चेक करते हैं तो तनाव और चिंताओं के साथ आपके दिन की शुरुआत होगी. बेहतर होगाकि आप दिन की शुरुआत मेडिटेशन या पानी पीने से करें.
भावनाओं को छिपाना-
अगर आप हमेशा परफेक्ट दिखने की कोशिश करते हैं और अपनी असली भावनाओं को दबाते रहते हैं तो यह मानसिक तनाव को बढ़ाता है. अपनी भावनाओं को स्वीकारें और ज़रूरत पड़ने पर उन्हें व्यक्त करें. इससे आप हल्का महसूस करेंगे.
सोने की खराब आदत– अगर आपके सोने का रूटीन सही नहीं है, तो यह एंग्जायटी की वजह बन सकता है. इसलिए अच्छी नींद के लिए सोने से पहले आरामदायक माहौल बनाएं, किताब पढ़ें, हल्की म्यूजिक सुनें और दिमाग को शांत करें.
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ब्रेकफास्ट स्किप करना और ज्यादा कॉफी पीना–
खाली पेट रहना या ज्यादा कॉफी पीना आपके ब्लड शुगर को गिरा सकता है, जिससे चिड़चिड़ापन और चिंता बढ़ती है. इससे बचने के लिए नियमित समय पर भोजन करें और चाय कॉफी के बजाय ग्रीन टी जैसी हेल्दी चीजों को पियें.
भविष्य की ज्यादा चिंता करना-
अगर आप भविष्य की चिंता करते रहते हैं तो बता दें कि आपकी ये आदत आपको वर्तमान में जीने से रोकती है. बेहतर होगा कि आप माइंडफुलनेस का अभ्यास करें, वर्तमान में जीने और छोटी-छोटी चीजों का आनंद लेने की कोशिश करें.
चिंता को दूर करने के लिए इन आदतों में अगर बदलाव करें तो आपका मेंटल हेल्थ बेहतर होगा और आपके आसपास खुशियां और शांति का माहौल बनेगा.
First Published :
January 24, 2025, 00:36 IST