Agency:News18 Rajasthan
Last Updated:January 31, 2025, 11:13 IST
Ajmer News : अजमेर में हैरान कर देने वाला केस सामने आया है. यहां एक शख्स ने गली के डॉगी को भगाने के लिए एयर गन से फायर किया था. लेकिन बदकिस्मती से वह गोली डॉगी को नहीं लगकर शख्स के पांच साल के मासूम पोते के लग ...और पढ़ें
अशोक सिंह भाटी.
अजमेर. अजमेर में एक बुजुर्ग ने गली के डॉगी को भगाने के लिए अपनी एयर गन से गोली चलाई. लेकिन वह गोली डॉगी को नहीं लगकर उसके मासूम पोते को लग गई. यह देखकर उसके परिवार के लोग सन्न रह गए. बाद में उसे आनन-फानन में जेएलएन अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहां उसकी करीब 4 घंटे तक तक बड़ी सर्जरी कर गोली को बाहर निकाला गया. गोली बच्चे के फेफड़ों को चीरते हुए पेट में पहुंच गई थी. बच्चे की हालत अब ठीक बताई जा रही है.
जेएलएन हास्पिटल के प्रिंसिपल अनिल सामरिया ने बताया कि 25 जनवरी को 5 साल के एक बच्चे को गंभीर हालत में लाया गया था. बच्चे के गोली लगी थी. यह गोली उसकी सीने से होते हुए पेट में पहुंच गई थी. फेफड़ों में चोट की वजह से सीने में हवा भर गई थी. गोली से शरीर के कई अंग भी क्षतिग्रस्त हो गए थे. इस पर बच्चे की सर्जरी की करने का निर्णय लिया गया. शिशु सर्जरी विभाग के डॉ० गरिमा अरोरा और उनकी टीम ने इस जटिल सर्जरी को किया.
बच्चे के सीने में आईसीडी डालकर हवा निकाली गई
सामरिया ने बताया कि आपातकालीन स्थिति में बच्चे के सीने में आईसीडी डालकर हवा निकाली गई. ऑपरेशन करने पर सामने आया कि उसका पूरा पेट खून और पित्त से भरा हुआ था. गोली लिवर, पित्त की थैली और छोटी आंत को चीरते हुए आईवीसी के पास रूक गई थी. इसके कारण लगातार खून और पित्त बह रहा था. बाद में डैमेज सभी अंगों को रिपेयर करते हुए गोली को निकाला गया.
क्षतिग्रस्त गॉलब्लेडर को निकाला गया
लीवर से बहते हुए खून को रोका गया. क्षतिग्रस्त गॉलब्लेडर को निकाला गया. करीब चार घंटे की कड़ी मेहनत के बाद बच्चे का सफल और सुरक्षित ऑपरेशन किया गया. बच्चे की नाजुक स्थिति को देखते हुए उसे शिशु सर्जरी आई सी यू में शिफ्ट किया गया है. अस्पताल के उप अधीक्षक ने बताया इतनी छोटी उम्र में इस तरह का जटिलतम ऑपरेशन पूर्व में इस संस्थान में कभी नहीं हुआ. यह अस्पताल के लिए बड़ी उपलब्धि है.
Location :
Ajmer,Ajmer,Rajasthan
First Published :
January 31, 2025, 11:13 IST