नई दिल्ली:
कारोबार खत्म होने पर शेयरों में बढ़त दर्ज की गई है, क्योंकि कारोबारियों को नए प्रशासन, यानी डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में दूसरे कार्यकाल के दौरान डीरेगुलेशन की उम्मीदें हैं. क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉयन भी 98000 अमेरिकी डॉलर के पार चला गया है, और 100000 अमेरिकी डॉलर के स्तर के बेहद नज़दीक पहुंचता नज़र आ रहा है. उधर, अमेरिकी डॉलर ने बढ़त हासिल की, और ट्रेज़री यील्ड भी चढ़ाव पर है.
Nvidia Corp में उतार-चढ़ाव और यूक्रेन में युद्ध के बारे में चिंता के चलते सुबह के उतार-चढ़ाव वाले सत्र के बाद S&P 500 आधा फ़ीसदी बढ़ गया. दिन की शुरुआत में एक फ़ीसदी से अधिक की गिरावट के बाद Nasdaq 100 0.4 फ़ीसदी चढ़ गया.
बिटकॉयन में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बाद आया उछाल जारी रहा, और वह बेहद तेज़ गति से 100000 अमेरिकी डॉलर के स्तर पर पहुंच रहा है, क्योंकि माना जा रहा है कि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप क्रिप्टो को समर्थन देंगे, और डीरेगुलेशन होगा, जिससे तेज़ी आएगी.
Securities and Exchange Commission के प्रमुख गैरी जेन्सलर के जाने से भी डीरेगुलेशन और डिजिटल संपत्तियों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. एक रिपोर्ट में संकेत दिए गए हैं कि कमोडिटी फ्यूचर्स ट्रेडिंग कमीशन के पूर्व अध्यक्ष क्रिस जियानकार्लो को आने वाले प्रशासन के तहत पहले 'क्रिप्टो ज़ार' के रूप में लाया जा सकता है.
जस्टिस डिपार्टमेंट में ऊपर से नीचे तक बदलाव की खातिर डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चुने गए मैट गेट्ज़ यौन दुर्व्यवहार के आरोपों के बीच पद संभालने पर विचार करने से पीछे हट गए हैं. अब डोनाल्ड ट्रंप ट्रेज़री में शीर्ष स्थान पर किसे नामित करेंगे, इस पर अनिश्चितता बनी हुई है और इसका असर अमेरिकी बॉन्ड्स पर पड़ा है.
BMO के इयान लिंजेन के मुताबिक, "ऐसा प्रतीत होता है कि ट्रेज़री सचिव के लिए मुकाबला बेसेंट, रोवन और वार्श तक पहुंच गया है... ये सभी लोग काबिल लोगों की श्रेणी में आते हैं, लेकिन बाज़ार के दृष्टिकोण से स्पष्टता हमेशा बेहतर होती है..."