नई दिल्ली:
चक्रवाती तूफान 'दाना' के 24 अक्टूबर को उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों पर पुरी और सागर द्वीप समूह के बीच पहुंचने की आशंका है. पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी और उससे सटे उत्तरी अंडमान सागर पर विकसित कम दबाव का क्षेत्र 22 अक्टूबर की सुबह तक तीव्र हो सकता है.
बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र 22 अक्टूबर की सुबह तक डिप्रेशन में तब्दील होने की संभावना
YouTube : https://t.co/m1xIQiYs0G
Facebook : https://t.co/Y9aVP1VKmT
Twitter : https://t.co/N5xQTx4JRb#IMDWeatherUpdate #imd #bayofbengal #weather #weatherforecast… pic.twitter.com/7tfsx8aPzC
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया, "उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ते हुए, यह 24 अक्टूबर की रात और 25 अक्टूबर की सुबह पुरी तथा सागर द्वीप के बीच उत्तरी ओडिशा एवं पश्चिम बंगाल के तटों को एक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में पार कर सकता है. इसके कारण हवा की रफ्तार 100 से 110 किमी प्रति घंटे से 120 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है."
Pre Cyclone Watch:
The Low-Pressure Area implicit the Eastcentral Bay of Bengal is precise apt to determination northwestwards and intensify into a slump by 22nd October morning.#IMDWeatherUpdate #imd #bayofbengal #weather #weatherforecast #weatherupdate #Odisha #WestBengal… pic.twitter.com/gYA8SgM6hF
आईएमडी ने 24 अक्टूबर को मयूरभंज, बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर, जाजपुर, कटक जिलों में अलग-अलग जगहों पर 20 सेमी से अधिक भारी बारिश होने की संभावना जताते हुए रेड अलर्ट भी जारी किया है.
- इसी तरह, 24 अक्टूबर को पुरी, गंजम, खोरधा, नयागढ़, क्योंझर, अंगुल और ढेंकनाल जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है.
- इस बीच, 25 अक्टूबर को उत्तर ओडिशा के क्योंझर, भद्रक, बालासोर और मयूरभंज जैसे जिलों में बहुत भारी से अत्यधिक भारी बारिश होने का रेड अलर्ट जारी किया गया है.
- आईएमडी ने जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, कटक, जाजपुर, ढेंकनाल, अंगुल, देवगढ़, सुंदरगढ़ सहित जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश के संबंध में ऑरेंज अलर्ट की चेतावनी जारी की है.
- आईएमडी ने अचानक बाढ़, निचले इलाकों और कृषि क्षेत्रों में जलभराव, पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन, सड़कों को संभावित नुकसान और कमजोर घरों की दीवारें गिरने की भी चेतावनी दी है.
- ओडिशा के राजस्व मंत्री पुजारी ने कहा कि राज्य सरकार संभावित चक्रवाती तूफान का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार है. उन्होंने लोगों से नहीं घबराने की अपील की है.
प्रशासन अलर्ट
पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर निम्न दबाव का क्षेत्र बना है जिसके चक्रवाती तूफान में तब्दील होकर 24 अक्टूबर की रात को पुरी और सागर द्वीपों के बीच ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों पर पहुंचने का अनुमान है, तथा इस दौरान हवा की गति 100-110 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती है. यह जानकारी भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को दी.
उसने कहा कि यह 24 अक्टूबर की रात और 25 अक्टूबर की सुबह के समय पुरी और सागर द्वीप के बीच उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों को गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में पार कर सकता है, जिस दौरान हवा की गति 100-110 किलोमीटर प्रतिघंटा रह सकती है, जो बढ़कर 120 किलोमीटर तक प्रतिघंटा हो सकती है.
मछुआरों को मिली चेतावनी
मौसम विभाग ने मछुआरों को 23 से 25 अक्टूबर तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह देते हुए चेतावनी दी है कि 23 अक्टूबर से ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों पर हवा की गति 60 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंचने का अनुमान है. विभाग ने कहा कि 24 अक्टूबर की रात से 25 अक्टूबर की सुबह तक हवा की गति बढ़कर 100-110 किलोमीटर प्रति घंटा और 120 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है.
मौसम विभाग ने 23 अक्टूबर को तटीय जिलों पूर्वी मेदिनीपुर, पश्चिमी मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना और उत्तर 24 परगना में भारी बारिश होने का अनुमान जताया है.
विभाग ने कहा कि 24 और 25 अक्टूबर को पूर्वी मेदिनीपुर, पश्चिमी मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना और झाड़ग्राम में भारी से बहुत भारी बारिश होने और एक या दो स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश होने का अनुमान है.
मौसम विभाग ने यह भी कहा कि 24 और 25 अक्टूबर को कोलकाता, हावड़ा, हुगली, उत्तर 24 परगना, पुरुलिया और बांकुरा जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है.
NDRF की टीम की तैनाती
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने बंगाल की खाड़ी में आने वाले चक्रवाती तूफान के मद्देनजर पश्चिम बंगाल में 14 टीम और ओडिशा में 11 टीम को तैनाती के लिए तैयार रखा है. एक सरकारी बयान में सोमवार को यह जानकारी दी गई.
तूफान के बृहस्पतिवार को पुरी और सागर द्वीप के बीच टकराने की संभावना है.
आसन्न चक्रवात के असर से निपटने की तैयारियों की समीक्षा के लिए सोमवार को राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) की बैठक में कैबिनेट सचिव टी.वी. सोमनाथन को बताया गया कि सेना, नौसेना और तटरक्षक बल के अतिरिक्त बचाव एवं राहत दलों के साथ-साथ नौकाओं और विमानों को भी तैयार रखा गया है.
प्रशासन सतर्क
बैठक के दौरान, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक ने समिति को बंगाल की खाड़ी पर बने गहरे दबाव के क्षेत्र की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी दी, जिसके ‘‘23 अक्टूबर 2024 तक पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है.''
सरकार ने एक बयान में कहा, ‘‘फिर इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और 24 अक्टूबर की सुबह तक ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटों से दूर बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में पहुंचने की बहुत संभावना है.''
बयान में कहा गया, ‘‘उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ते हुए, इसके 24 अक्टूबर की रात और 25 अक्टूबर 2024 की सुबह के दौरान पुरी और सागर द्वीप के बीच उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों को पार करने की बहुत संभावना है. यह एक गंभीर चक्रवाती तूफान होगा जिसकी हवा की गति 100-120 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है.''