अपनी मां के साथ नित्या
औरंगाबाद. बिहार के औरंगाबाद जिले की नित्या पांडेय ने बिहार राज्य विद्यालय बॉक्सिंग प्रतियोगिता में 17 वर्ष से कम उम्र में प्रथम स्थान प्राप्त कर गोल्ड मेडल जीता है. बता दें बिहार राज्य विद्यालय बॉक्सिंग प्रतियोगिता में 38 जिलों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था, जिसमें नित्या पांडे ने औरंगाबाद जिला का नेतृत्व किया और प्रथम स्थान भी लाया है.
प्रेरणा बने दिव्यांग माता-पिता
नित्या पांडेय ने लोकल 18 को बताया कि उनके माता-पिता दोनों दिव्यांग हैं. लेकिन, मां हमेशा खेलने के लिए प्रेरित करती रही. नित्या पांडेय बताती हैं कि औरंगाबाद में बॉक्सिंग में लड़कियां नहीं जाती थी, लेकिन घर वालों का सपोर्ट मिला तो ज्वाइन किया और बॉक्सिंग के क्षेत्र में देश के लिए गोल्ड लाने का मेरा सपना है. नित्या पांडेय भारत की प्रसिद्ध बॉक्सर महिला मैरी कॉम को अपना आदर्श मानती हैं. वहीं नित्या की मां ने बताया कि खेल में अब अच्छा भविष्य दिख रहा है. इसलिए, बेटी भी सभी की तरह गुमनाम ना रहे बल्कि अपने देश और प्रदेश का नाम रौशन करे.
2 लड़कियों ने जीता गोल्ड
बता दें हर साल की भांति आयोजित इस साल भी बॉक्सिंग प्रतियोगिता में औरंगाबाद से 17 बच्चें शामिल हुए थे. जिनमें 13 लड़के और 4 लड़किया शामिल थी. बॉक्सिंग कोच अखिल राज़ ने लोकल 18 को बताया कि पहली बार बॉक्सिंग जैसे खेल में औरंगाबाद से बच्चों ने भाग लिया था. जिसमें औरंगाबाद कि दो लड़की 13 वर्षीय नित्या पांडेय और 14 वर्षीय संस्कृति सिंह ने गोल्ड मंडलजीता. वहीं अन्य बच्चों में 5 सिल्वर और 4 ब्रॉन्ज मेडल जीता है.
दिल्ली में प्रतिभा दिखाएंगी लड़कियां\
कोच अखिल राज़ पटना के रहने वाले हैं और उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा खेलो इंडिया कार्यक्रम के तहत इस तरह का आयोजन होता है. उसी को लेकर छोटे कस्बों गांवों से बच्चों को खेल के प्रति तैयार करके इस तरह की प्रतियोगिता में भेजने का निर्देश है. पटना में आयोजित बिहार राज्य विद्यालय बॉक्सिंग प्रतियोगिता में सफ़ल हुए खिलाड़ियों को नेशनल में दिल्ली में मैच होगा.
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FIRST PUBLISHED :
October 22, 2024, 13:38 IST