ई निमंत्रण के जरिए साइबर ठगी
जोधपुर. शादियों के सीजन में साइबर ठगी करने वालों ने नया तरीका ईजाद कर व्हाट्सएप पर शादी का ई-निमंत्रण भेज रहे हैं. इसपर क्लिक करके डाउनलोड करते ही मोबाइल हैक हो जाता है. साइबर ठग शादी के निमंत्रण के रूप में APK फाइल भेज रहे हैं. साइबर ठगी से बचने और इसकी पहचान करने को लेकर साइबर थाना इंचार्ज और एडीसीपी पुष्पेन्द्र सिंह और अब तक 15 हजार से अधिक पुलिस के जवानों को साइबर ट्रेनिंग दे चुके साइबर एक्सपर्ट अंकित चौधरी ने इस बढ़ते खतरे को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है.
इस सीजन होंगे 3.5 मिलियन शादियां
भारत में शादियों का सीजन तेजी से चल रहा है. इस साल के अंत और 2025 की शुरुआत में लाखों शादियां होने वाली हैं. रिपोर्ट बताती हैं कि भारत में अकेले नवंबर और दिसंबर के बीच में 3.5 मिलियन शादियां होंगी. शादियां शुरू होने के साथ ही स्कैमर्स ने अपने पैर पसारना शुरू कर दिया है. स्कैमर्स लोगों को अपने चंगुल में फंसाने के लिए WhatsApp निमंत्रण का सहारा ले रहे हैं. लोगों से पैसा ऐंठने के लिए ये लोग बस लोगों को मूर्ख बनाते हैं.
कार्ड के रूप में भेज रहे एपीके फाइल्स
स्कैमर्स वॉट्सऐप पर नकली डिजिटल शादी कार्ड भेजते हैं. यह कार्ड APK फाइल्स के रूप में आते हैं. यह फाइल देखने में बिल्कुल असली शादी कार्ड जैसे ही लगती हैं. जैसे ही इन पर क्लिक किया जाता है तो असली खेल शुरू हो जाता है. इन पर क्लिक करते ही फोन में अनजान फाइल इंस्टॉल हो जाती हैं. यह खतरनाक APK फाइल डेटा चुराती हैं और स्कैमर्स के पास भेजती हैं. इसके बाद लोगों के साथ ठगी करने का सिलसिला शुरू होता है.
नियंत्रण है या फ्रॉड ऐसे करे पहचान
साइबर एक्सपर्ट अंकित चौधरी ने इस फाइल की कैसे पहचान कर इससे बच सकते है उसको लेकर बताया कि अगर आपके पास शादी का कार्ड APK फाइल के रूप में आता है, तो सतर्क हो जाने की जरूरत है. क्योंकि इस तरह कोई भी शादी का कार्ड नहीं भेजता. इस तरह के लिंक पर क्लिक करने से पहले पूरी जांच कर लेनी चाहिए. यह फाइल आपके फोन में इंस्टॉल होने के बाद इसमें एक वायरस होता है जो आपके पूरे फोन का कंट्रोल क्रिमिनल को मिल जाता है जिससे आपको फाइनेंशियल नुकसान होता है. फोन को अपडेट रखे और फोन में एंटिवायरस जरूर रखे. अगर डाउनलोड हो जाती है तो तुरंत 1930 पर कंप्लेन दर्ज कराए.
पुलिस ने सतर्क रहने की दी सलाह
साथ ही जोधपुर साइबर थाना इंचार्ज एडीसीपी पुष्पेन्द्र सिंह ने कहा कि आमतौर पर शादी कार्ड फोन में पहले सेव कॉन्टैक्ट नंबर से आएगा. अगर किसी अनजान नंबर से ऐसा कुछ आए तो पहले वेरिफाई करना बहुत जरूरी है. ऐप इंस्टॉलेशन के वक्त अननोन सोर्स पर भरोसा नहीं करना चाहिए. ऐसी कोई वारदात हो जाती तो तुरंत 1930 साइबर क्राइम का हेल्पलाइन नम्बर है जिसपर कॉल कर ट्रांजेक्शन को होल्ड कराए उसके बाद कार्यवाही करे पैसे होल्ड हो जाएंगे तो पैसे मिलने के चांस रहते है. इसके माध्यम से ही बचाव किया जा सकता है.
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FIRST PUBLISHED :
November 27, 2024, 22:33 IST